दिल थाम के देख रहे थे लोग
बाबा के ऐलान के बाद बालाघाट स्थित हट्टा के डुंडा सिवनी में हजारों लोग पहुंच गए थे। सभी दिल थामकर बाबा को मरते हुए देखने के लिए एक पैर खड़े थे। लेकिन 10 बजकर 15 मिनट हो जाने पर जब बाबा ने प्राण नहीं त्यागे तो लोग भड़क गए और हंगामा करने लगे। स्थिति को बिगड़ते देख मौके पर पुलिस भी पहुंच गई।
सुबोध दास उर्फ मंगल दास की इस घोषणा पर लोग हत्थे उखड़ गए थे। बाबा ने प्राण नहीं त्यागे तो लोगों ने भीड़ से नारेबाजी शुरू कर दी। यह बाबा ढोंगी है। इसके बाद कुछ लोगों ने बाबा के ऊपर पत्थर भी फेंकने शुरू कर दिए। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच स्थिति को नियंत्रित किया। उसके बाद वहां से बाबा को निकाला गया। इस दौरान पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा।
समाधि लेने की बात करने वाले बाबा का पूरा नाम सुबोधदास उर्फ मंगलदास है। पिता छोटू दास है। इनका पता कबीर आश्रम 126 लोधीखेड़ा तपस्वी बाबा आश्रम सौंसर है। ये छिंदवाड़ा जिले के निवासी हैं। यह 10 जून से बालाघाट जिले के हट्टा थाना क्षेत्र के ग्राम डूंडासिवनी में सत्संग के लिए आया हुआ था।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के समर्थन में भी मिर्ची बाबा ने समाधि लेने की बात कही थी। दिग्विजय सिंह के चुनाव हार के महीने बाद मिर्ची बाबा ने भोपाल के कलेक्टर से जल समाधि के लिए अनुमति मांगी। लेकिन प्रशासन ने उन्हें अनुमति नहीं दी तो उन्होंने भी खूब ड्रामा किया।