बता दें कि सांसद भारती पारधी ने मार्ग बंद करने से पहले आवागमन को डायवर्ट करने एप्रोच रोड का निर्माण किए जाने के निर्देश दिए थे। हालांकि नई रोड केे लिए स्वीकृति और निर्माण में अधिक समय लगने के कारण अब प्रशासनिक अमले ने शहर के पुराने मार्गो को डायवर्ट मार्ग के रूप में उपयोग करने का विचार किया है। प्रशासनिक अमले ने दोपहिया वाहनों को यथावत, इसी मार्ग से ले जाने की बात कही है। वहीं चौपहिया हल्के वाहनों को आकाशवाणी के सामने से पॉवर हाउस मार्ग होते हुए डेंजर रोड बायपास और भारी वाहनों को पॉलीटेक्निक कॉलेज होते हुए मोक्षधाम से डायवर्ट करने का प्लान तैयार किया है।
शहरी क्षेत्र में ओवरब्रिज निर्माण व मार्ग डायवर्ट करना प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बनते नजर आ रहा है। एक ओर सरेखा रेलवे ओवरब्रिज निर्माण से डायवर्ट मार्ग के जर्जर होने से वैसे ही लोग परेशान है। इसी बीच गर्रा ओवरब्रिज से मार्ग को डायवर्ट करने, प्रशासन ने चौपहिया और भारी वाहनों के लिए जो मार्ग तय किया है, वह भी अत्यंत जर्जर और कच्चा है।
जानकारी के अनुसार शहर से लगा कोई रिंग रोड या उचित बायपास नहीं है। मार्ग को डाइवर्ट करने में अधिकारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन द्वारा पुराने मार्गों को दुरुस्त कर डाइवर्ट मार्ग की व्यवस्था बनाए जाने की बात कही जा रही है। लेकिन यह डाइवर्ट मार्ग कितना सुलभ और आरामदायक होगा फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता।
गर्रा रेलवे ओवरब्रिज काम को गति देने पिलर्स खड़े करना है। इस मार्ग से आवागमन को डायवर्ट करने की प्लानिंग को लेकर निरीक्षण किए हंै। दुपहिया वाहनों को यथावत रखा जाए। लाइट मोटर व्हीकल को आकाशवाणी मार्ग और हैवी व्हीकल को जागपुर घाट मार्ग में डायवर्ट किया जाएगा। जैसे ही डेंजर रोड के रिपेरिंग और आकाशवाणी से पॉवर हाउस मार्ग में 700 मीटर पर डामरीकरण कार्य पूर्ण हो जाएगा। मार्ग से लाइट और हैवी व्हीकलों को डायवर्ट कर दिया जाएगा।
गोपाल सोनी, एसडीएम बालाघाट