जिसमें बंगला मझारा तौकली गांव निवासी अमृत लाल चौहान ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि थाना कैसरगंज के पुलिस वालों ने थानाध्यक्ष के इशारे पर अचानक उसके घर पर धावा बोला और उसे घर से उठा लाये फिर थाने के लॉकप में बंद कर फर्जी चोरी का गुनाह कबुलवाने के लिए उसको थर्ड डिग्री का टार्चर दिया। जिससे पीड़ित के गुप्तांग सहित बदन में गंभीर चोटें आईं हैं। जिसके निशान पुलिस की हैवानियत की गवाही स्वयं दे रहे हैं।
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जानें क्या है पूरा मामला
थाना कैसरगंज की पुलिस एक तरफ जहां बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने में नकाम साबित हो रही है। हत्या व चोरी की घटनाएं इलाके में दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। बावजूद इसके थाना कैसरगंज की पुलिस गुनहगारों को छोड़ निदोर्षों को प्रताड़ित करने में अपनी ओर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। ताजा मामला कैसरगंज का है। जहां पुलिस ने एक मजदूर पेशा व्यक्ति को बिना किसी कारण बताये घर से उठाकर लाये और हवालात में बंद कर जमकर पिटाई की तथा उसे जबरन चोरी का गुनाह कुबूल करवाने के लिये शारीरिक यातनाएं दी। पीड़ित को न तो कोई कारण बताया और न ही कोई लिखा पढ़ी की।
थाने पर गए गांव के एक जान पहचान वाले ने किसी तरह 15 हजार रूपये में मामला तय कर उसे थाने से छुड़ा कर ले गया। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई। थाना कैसरगंज के बंगला मझारा तौकली निवासी अमृतलाल चैहान पुत्र अनन्तराम बीते 9 जुलाई को थाना कैसरगंज के सिपाही व अन्य पुलिसकर्मियों के साथ घर से उठा ले गए व हवालात में डाल दिया। उसकी जमकर पिटाई की गई। शारीरिक यातनाएं भी दी गई। पूंछने पर कारण भी नहीं बताया गया। पीड़ित के पहचान वाले एक व्यक्ति ने किसी तरह 15 हजार रूपये में मामला तय कर उसे थाने से छुड़ाया।
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15 हजार रूपये वसूलने का दबाव बना रही पुलिस
अब पुलिस 15 हजार रूपये वसूलने का दबाव बना रही है। पीड़ित ने मामले में पुलिस अधीक्षक से मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस मामले में कैसरगंज के CO त्रिवेणी प्रसाद द्रुवेदी से बात की गई तो उन्होंने पूछताछ के बाद बताया कि आरोपी को थाने पर लाने की बात सामने आई है लेकिन पिटाई और रुपये लेकर छोड़ने की जानकारी का पता नहीं है। अगर मामला संज्ञान में आया तो दोषियो को बक्शा नहीं जाएगा। वहीं पीड़ित ने बयान दिया है कि थाने के सिपाही दीपक सहित कई पुलिस वालों ने उसे घर से उठाकर थाने लाये। और फिर थाने से छोड़ने के लिये ₹ 50 हजार की मांग कर रहे थे।