बहराइच जिले के विशेश्वरगंज थाना के गांव रनियापुर के रहने वाले अशोक तिवारी 68 वर्ष गोंडा जिले के कौड़िया कस्बा में किराए की दुकान लेकर कपड़े का व्यापार करते थे। रात को दुकान में ही रहते थे। सोमवार को दुकान से करीब 100 मीटर की दूरी पर रेलवे कंपाउंड में लगे बबूल के पेड़ में फांसी के फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी। हालांकि फंदे पर लटकाने के बाद रस्सी टूट गई। जिससे उनका शव दूसरे दिन जमीन पर पड़ा मिला। सुबह जब लोगों ने देखा तो पुलिस और परिजनों को सूचना दी गई। मृतक व्यापारी के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि एक फाइनेंस कंपनी से कर्ज लिया था। किस्त जमा करने के बाद भी खाते से पैसा काट लेते हैं। यदि दूसरे का पैसा खाते में आता है। उसे भी काट लेते हैं। खाते से 60 हजार रुपए काट लिया। अब मेरा खाता बंद हो गया। उसमे मात्र 100 रुपये हैं। मेरे पास अब कोई रास्ता नहीं बचा है। मृतक ने सुसाइड नोट में अपने घर के कई मोबाइल नंबर भी दिए और लिखा कि इसी पर सूचना दे देना।
घर वालों मुझे माफ कर देना, बेटे अपने अम्मा का ख्याल रखना अब उनका कोई सहारा नहीं मृतक व्यापारी ने अपने सुसाइड नोट में आगे लिखा कि घरवालों मुझे माफ कर देना। अब हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा है। मजबूरी में यह कदम उठाया है। निवेदन है कि अपनी अम्मा का ख्याल रखना। और उन्हें समझना ताकि उनका अब कोई सहारा नहीं है। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पूरे गांव में सदमे का माहौल है।