12 अक्टूबर को हुई थी हत्या
एनसीपी नेता की 12 अक्टूबर की देर रात बांद्रा के निर्मल नगर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जब वो अपने बेटे के दफ्तर से बाहर निकल रहे थे, तभी उन पर गोलियां दागी गईं। इस घटना को तीन लोगों ने मिलकर अंजाम दिया था। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे, लेकिन कुछ ही देर बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। 66 वर्षीय नेता को तीन गोलियां लगी थी। इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। बाबा सिद्दीकी को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी। पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान आरोपियों ने दावा किया कि उन्हें सिद्दीकी या उनके कांग्रेस विधायक बेटे जीशान को मारने के लिए सुपारी मिली थी।
लॉरेंस बिश्नोई गुट ने ली थी जिम्मेदारी
एनसीपी नेता की हत्या के एक दिन बाद लॉरेंस बिश्नोई गुट ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य का एक फेसबुक पोस्ट में कहा था कि हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की हेल्प करेगा अपना हिसाब किताब लगा के रखना, हमारे किसी भी भाई को कोई भी मरवाएगा तो हम प्रतिक्रिया जरूर देंगे, हमने पहले वार कभी नहीं किया। जय श्रीराम जय भारत सलाम शहीदां नू। मुंबई क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने मंगलवार को बहराइच के गण्डारा क्षेत्र में छापेमारी की और दोनों को हिरासत में लिया। पुलिस इस पूरे मामले में हर एंगल से जांच कर रही है। पुलिस इस घटना में लॉरेंस बिश्नोई की भूमिका की जांच की जा रही है ताकि पूरी स्थिति स्पष्ट हो सके।