वन एवं पर्यावरण भारत सरकार तथा राजस्थान सरकार को भी पत्रों द्वारा अवगत कराया, इसके बावजूद पेड़ों की कटाई नहीं रोकी गई। परेशान होकर वह अपने साथियों के साथ धरने पर बैठ गए है। जब तक उच्च अधिकारियों द्वारा पेड़ों की कटाई के खिलाफ लिखित में आश्वासन नहीं देंगे, प्रतिदिन वह प्रात: 10 से 5 बजे तक विरोध प्रकट करने के लिए धरने पर बैठेंगे। इस दौरान रामस्वरूप कारगवाल, सुरेश शर्मा, रामलाल मुंडोतिया, मोहनलाल सैन, गोकूल सैन, जितेश, लवेश कुमावत व उदय कुमावत आदि उपस्थित रहे।