जानकारी के अनुसार रविवार सुबह करीब 11 बजे कांसेल के बांडी नदी (bandi river) क्षेत्र के जंगल में भूरी देवी प्रजापत पति के साथ मवेशी चरा रही थी। इसी दौरान जरख ने महिला पर हमला कर दिया जिससे वह जख्मी हो गई। महिला के चिल्लाने पर पति पहुंचा तो जरख जंगल की ओर भागता दिखाई दिया।
कांसेल सरपंच रतनी देवी, पूर्व सरपंच सायरमल मीणा, रामवतार बैरवा, जीएसएस अध्यक्ष ओमपुरी गोस्वामी आदि ने आरोप लगाया कि प्रशासन को समय पर सूचना देने के बाद भी अधिकारी व वन विभाग की टीम समय पर नहीं पहुंची। शाम करीब छह बजे वन विभाग की टीम पहुंची और जरख की तलाश की लेकिन पता नहीं चल सका।
इन गांवों में दहशत
जरख के हमले के टीकेल, मण्डोर, रोटवाड़ा, झाग, मानपुरा, राताखेड़ा, भीमपुरा, कुच्यावास, पिणाच, किरतपुरा आदि गांवों के लोगों में दशहत का माहौल है। ग्रामीण बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता में हैं। लोगों ने बताया कि जंगल क्षेत्र में एक सियार मृत मिला है। अंदेशा है कि जरख ने उसको शिकार बनाया है। ऐसे में मवेशियों पर वह कभी भी हमला कर सकता है। इसलिए मवेशियों की निगरानी रखी जाएगी।
बघेरे (panther) का दावा, निकला जरख
ग्रामीणों ने वन्य जीव के हमले के बाद बताया कि बघेरे ने हमला किया है लेकिन जब बांडी नदी में वन विभाग झालाना से टीम पहुंची और पगमार्क लिए तो जरख की पुष्टि हुई। वन विभाग के कर्मचारियों ने दल-बल के साथ जंगल में तलाश किया। लेकिन रविवार शाम 7 बजे तक सुराग नहीं लग पाया।