नेवटा बांध पर ग्रामीण सुबह सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे और नेवटा के सुरेश का शव मिलने के बाद लामबंद होकर मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। लोगों का आरोप था कि नेवटा का रामसागर बांध हमेशा भरा रहता है। यहां कई मौत हो चुकी हैं लेकिन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर के नाम एडीएम बलवीर सिंह को ज्ञापन सौंपकर मृतक सुरेश के परिजनों को 20 लाख रुपए आर्थिक सहायता, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की गई। नेवटा बांध पर पुलिस चौकी खोलने की मांग की।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि मछली पकड़ने वाले ठेकेदार ने यहां पैसे लेकर के बोटिंग कराई इसलिए उस पर कार्रवाई की जाए। साथ ही नहरों को खोला जाये और बांध में 10 फीट ही पानी रखा जाए। प्रशासन ने करीब 2 घंटे बाद ग्रामीणों की समझाकर कर मामला शांत कराया। इस दौरान ललिता किशोर गोलाड़ा, पवन शर्मा, गोविन्द राम चलावरिया, गोपाल गुर्जर, कालूराम जाट, हरिनारायण, रामसिंह गुर्जर, अर्जुन डागर सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। वहीं घटनास्थल पर भांकरोटा थानाधिकारी रविन्द्र प्रताप सिंह, सांगोनर उपखंड अधिकारी एकता काबरा, सिंचाई विभाग के एक्सईएन विक्रम सिंह, सहायक अभियंता अनुराधा चौधरी, सांगोनर तहसीलदार सुमन मोरदिया, बगरू नायब तहसीलदार गौरव पूनियां मौके पर मौजूद रहे।
राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित महेन्द्र सेवदा ने बताया कि सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीम ने दूसरे युवक शव को बाहर निकाल कर पुलिस को सुपुर्द किया। सेज थानाधिकारी सतपाल सिंह मय पुलिस जाप्ते के घटनास्थल पर, पुलिस ने शव को कब्जे में लिया कर एंबुलेंस की सहायता से पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया