बरदह थाना क्षेत्र के इसहाकपुर गांव में वर्ष 2015 के पंचायत चुनाव में रामअवध राजभर ग्राम प्रधान चुने गए थे। इस बार हुए चुनाव में दूसरे पक्ष चुनाव जीता। चुनाव में जीत के बाद लोग मंगलवार की रात विजय जुलूस निकाल रहे थे। विजय जुलूस में शामिल लोग रामअवध के दरवाजे पर रुककर नारेबाजी कर रहे थे। इसपर रामअवध ने शांती से जुलूस आगे बढ़ाने को कहा। इसी बात को लेकर विवाद हो गया और जुलूस निकाल रहे लोग हमलावर हो गये।
जुलूस में शामिल भीड़ फायरिंग करते हुए रामअवध के घर में घुसकर हमला बोल दिया। इस दौरान रामअवध की बहू पूनम राजभर की सिर में गोली लगने से मौत हो गयी। दूसरी गोली परिवार की ही प्रीति को लगी, जबकि रंजीत राजभर पर तलवार से हमला कर घायल कर दिया गया।
स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को जौनपुर ले जाया गया जहां चिकित्सक ने प्रीति की हालत गंभीर देख हायर सेंटर रेफर कर दिया। वहीं घटना के बाद रामअवध पक्ष के लोग भी आक्रोशित हो उठे। घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस को शव ले जाने से रोक दिया। पुलिस अधीक्षक को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए।
पुलिस ने घटना की जानकारी आलाधिकारियों को दी। देर रात एसपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना के बाद गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस के साथ ही पीएसी तैनात कर दी गयी है। पुलिस अधीक्षक सुधीर सिंह ने बताया कि उक्त गांव में मुस्लिम महिला प्रधान चुनी गयी है। गांव के राजभर समाज के एक पक्ष ने मुस्लिम महिला का समर्थन किया था। मंगलवार की शाम दो पक्षों में विवाद हुआ जिसमें गोली लगने से एक महिला की मौत हो गयी है। एफआईआर दर्ज कर कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
BY Ran vijay singh