34 सालों का लम्बा अंतराल भी गुजर गया, लेकिन लक्ष्मण यादव ने डीआईजी जेपी सिंह के परिवार को निशाने पर ही रखा। इसी बीच मौका मिलते ही लक्ष्मण यादव अपने साथी सुनील के साथ मिलकर सितम्बर 2019 में सेवानिवृत्त डीआईजी जेपी सिंह के भाई रवि प्रताप सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद डीआईजी का परिवार काफी खौफ में जी रहा था। गुरूवार को जब पुलिस ने उसे इनकाउंटर में ढेर किया तो अब डीआईजी के परिजन काफी खुश है। उनका कहना है कि पुलिस ने शानदार काम किया है।
बता दें कि महराजगंज थाना क्षेत्र के नहरूमपुर गांव के समीप गुरूवार को पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ में डेढ़ लाख के इनामी बदमाश लक्ष्मण यादव को पुलिस ने ढ़ेर कर दिया। नहरूमपुर (देवारा) में स्वाट टीम ने डेढ़ लाख के इनामी बदमाश लक्ष्मण यादव और उसके साथी की घेराबंदी कर पुलिस को सूचना दी। इसी बीच बदमाशों ने अपने को घिरता देख पानी में डूबे धान के खेत में लेट गये और पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दिया। बदमाशों की तरफ से फायरिंग होने पर पुलिस ने भी जबावी कार्रवाई की, जिसमें लक्ष्मण यादव को भी गोली लगी। वही बदमाशों की फायरिंग में सिपाही सुरेन्द्र यादव भी घायल हो गया। घायलों को अस्पताल लाया गया जहां बदमाश लक्ष्मण यादव की मौत हो गयी।
BY- RANVIJAY SINGH