यूपी सरकार ने रोजगार को दी प्राथमिकता
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि रोजगार की समस्या का समाधान यूपी सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर किया है। हमने सरकार बनने के बाद 100 दिन का लक्ष्य रखा था।
100 दिन में 90 रोजगार मेले का आयोजन कर दस हजार बेरोजगारों को प्राइवेट सेक्टर में नौकरी दी। 50000 बेरोजगारों की कैरियर काउंसलिंग की। यह पहली सरकार है जो कैरियर काउंसलिंग की बात कर रही है।
सरकार ने एक साल में दिया एक लाख रोजगार
अनिल राजभर ने कहा कि हमारी सरकार ने एक साल में एक लाख से अधिक लोगों को प्राइवेट सेक्टर में रोजगार दिया है। 250000 बेरोजगारों की कैरियर काउंसलिग की है।
आज हमने एक विधानसभा में मेले की शुरुआत की है। मार्च तक प्रदेश की सभी विधानसभा में मेला लगेगा। इसमें अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दिया जाएगा।
यूपी के मैन पॉवर का करेंगे उपयोग
मंत्री ने कहा कि यूपी में मैन पॉवर की कमी नहीं नहीं है। विभिन्न देशों से डिमांड आ रही है। खासतौर से स्वास्थ्य के क्षेत्र में। जिनमें योग्यता है और वे विदेश जाना चाहते हैं सरकार उन्हें विदेश भी भेजने का काम करेगी। दूसरे देशों की सरकारों से हमारी बात चल रही है।
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इंवेस्ट समिट में 20 लाख करोड़ का निवेश
उन्होंने कहा कि इंवेस्ट समिट में 20 लाख करोड़ का निवेश होने जा रहा है। जल्द ही काम जमीन पर भी दिखने लगेगा। फैक्ट्रियां लगेंगी तो रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। इसके बाद यूपी के लोगों को बाहर जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। यहीं घर पर रहकर लोगों को रोजगार मिलेगा।
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ओपी राजभर मीडिया के मनोरंजन के साधन
ओपी राजभर के एनडीए में शामिल होने के सवाल पर कहा कि हम उनका नाम नहीं लेना पंसद करते हैं। मीडिया के लोग समाज के लिए बहुत काम करते है। ओपी मीडिया के मनोरंजन साधन मात्र है। संजय निषाद अगर उनके बारे में कुछ कह रहे है तो उनकी पार्टी से समझौता हो रहा होगा।

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सपा की कथनी करनी में अंतर
मंत्री ने कहा कि सपा के कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है। जब मौका था तब पिछड़ों का हक मार रहे थे। आज पिछड़ों की बात कर रहे हैं। अखिलेश यादव को तो पिछड़ा कहने में भी शर्म आती है। उनकी पार्टी चार बार सत्ता में थी अति पिछड़ों के लिए क्या किया।
अखिलेश बताएं अति पिछड़े सरकारी नौकरी में क्यों नहीं हैं। अगर वे अब नहीं समझे तो आगे उनके भगवान ही मालिक हैं। कारण कि उन्हें ट्वीटर की राजनीति से फुर्सत ही नहीं है। सड़क पर आएं तब पता चलेगा कि सच क्या है।
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अखिलेश के इशारे पर बोल रहे स्वामी
अनिल राजभर ने कहा कि हम तो पहले दिन से कह रहे हैं कि अखिलेश के इशारे पर स्वामी प्रसाद समाज को तोड़ने वाला बयान दे रहे हैं। 2024 का चुनाव नजदीक है इसलिए वर्ग विशेष के तुष्टिकरण की कोशिश हो रही है। अखिलेश के पता होना चाहिए कि अब जनता उनके बहलावे में नहीं आने वाली है। आजमगढ़ उपचुनाव इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। सभी जाति धर्म के लोगों ने बीजेपी प्रत्याशी निरहुआ को वोट देकर जिताने का काम किया।