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राम नगरी में 7500 वालंटियर 7.50 लाख दीप जलाकर बनाएंगे वर्ल्ड रिकॉर्ड अयोध्या के संपर्क मार्ग से सुग्रीव किला, राम गुलेला, अमावा मंदिर, लव कुश मंदिर, रंग महल कि रास्ते राम जन्मभूमि तक 100 फुट चौड़ा मार्ग बनाए जाने की योजना है जिसके लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा टेंडर की प्रक्रिया भी अगले हफ्ते पूरी की जा सकती है। इसलिए सुग्रीव किला के महंत रामानुजाचार्य विष्वशे प्रपन्नाचार्य , हनुमानगढ़ी के सर्वरकार गद्दीनशीन प्रेमदास व राम गुलेला मंदिर के महंत शिवचरण दास से भूमि किया जा चुका है। तो वह आगे पढ़ने वाले अमावा मंदिर व रंग महल मंदिर के द्वारा जमीन राम जन्मभूमि परिसर के लिए दान में मिलेगा।
राम जन्मभूमि परिसर से सटे रंग महल के महंत रामशरण दास ने बताया कि पूर्व में गुरु महाराज के द्वारा मंदिर के विकास को लेकर पीछे की जमीनों को लिया गया था। लेकिन अब भगवान श्री रामलला के मंदिर के लिए इस जमीन की जरूरत है इसलिए इस मंदिर की जमीन को बेचना अनुचित होगा इसी कारण आवश्यकता की भूमि को रामलला के नाम दान करेंगे इसके बदले में कोई मूल्य भी नहीं लिया जाएगा।
वही अमावा मंदिर के प्रबंधक किशोर कुणाल के मुताबिक राम मंदिर के मुख्य मार्ग के लिए आवश्यक भूमि को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दान करने का निर्णय लिया गया है इस निर्णय को शासन प्रशासन के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है जरूरत पानीपत दस्तावेजी की औपचारिकता पूरी किया जाएगा।