इसी के तहत सनातन संस्कृति से जुड़ी प्राचीन महाराष्ट्र की वारकरी परंपरा अयोध्या में राममय वातावरण बनाएगी। महाराष्ट्र से बुलाई गई कीर्तनकारों की टोली इसके लिए इस परंपरा से जुड़े कीर्तनकारों की टोली पूरी अयोध्या में नाचते गाते हुए कीर्तन करेंगे। ट्रस्ट ने महाराष्ट्र के लोगों से संपर्क कर आमंत्रित किया है।
अयोध्या में नाचते गाते कीर्तन करते दिखेंगे वारकरी परंपरा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी देते हुए बताया कि हम यह भी प्रयास कर रहे हैं कि महाराष्ट्र से कीर्तनकारों की एक टोली इस आयोजन में शामिल हो।
कहा कि वह एक वारकरी परंपरा है। जिसमे पूरे कीर्तन करने के अभ्यासी होते है। चलते रहते नाचते रहते हैं और कीर्तन करते रहते हैं। मार्गों और राम की पैड़ी पर घूमते दिखेंगे कीर्तनकार
अगर हमारा प्रयास सफल हुआ तो एक ऐसी टोली आएगी। जो अयोध्या के मार्गो पर राम की पैड़ी पर यह कीर्तनकार सुबह शाम घूमते हुए कीर्तन करेंगे। पालकी यात्रा पर नहीं बनी सहमति
वही श्री रामलला की पालकी यात्रा निकाले जाने पर कहा कि यदि कोई इस प्रकार की यात्रा निकालता है। तो अच्छी बात है। लेकिन ट्रस्ट के द्वारा अभी कोई पालकी यात्रा की योजना को शामिल नही किया गया है।
रन फॉर राम का भी होगा आयोजन राम जन्मोत्सव के मौके पर अयोध्या में होगा रन फार राम का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें साइकिल रेस और मैराथन दौड़ में बड़ी मात्रा में युवाओं को शामिल किया जाएगा।
जन्मोत्सव के पहले दिन होगा आयोजन श्रीराम जन्मोत्सव समिति पहले दिन 22 मार्च को सुबह 6:00 बजे भजन संध्या स्थल से मैराथन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पुरुष और महिला दोनों वर्गों से प्रथम विजेताओं को प्रथम 21000, द्वितीय 15000 और तृतीय विजेता को 11000 से लेकर 1100 रुपए तक दिए जाएंगे।
इस आयोजन से जुड़ने के लिए युवाओं को पंजीकरण कराना होगा। इसकी भी जल्द ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को शुरू कर देगी।