बच्ची को निर्वस्त्र करने के बाद रिजवान ने उसके साथ अश्लील हरकत शुरू कर दी। कुछ देर बाद उसने बच्ची को किसी से घटना का जिक्र करने पर मार डालने की धमकी देते हुए आजाद कर दिया। बच्ची इस कदर डर गई थी कि उसने किसी से भी इस घटना का ज़िक्र नहीं किया और गुमसुम रहने लगी। उसने स्कूल भी जाना छोड़ दिया। शुरू में परिजनों को लगा कि उसकी तवियत खराब है पर दिनांक 28 सितंबर को भी जब स्कूल जाने के लिए परिजनों ने दबाव डाला तो पीड़ित बच्ची रोने लगी। परिवार वालों के काफी पूछने के बाद उसने घटना के बारे में परिजनों को बता दिया। परिजन बच्ची को लेकर बाबा बाजार थाने पहुंच गये और थानाध्यक्ष को घटना से संबंधित तहरीर दी। तहरीर मिलने के बाद थानाध्यक्ष ने घटना से सर्किल ऑफिसर सत्येंद्र भूषण तिवारी को अवगत कराया। मामले की संवेदनशीलता की देखते हुए सीओ ने स्वयं घटनास्थल का दौरा किया व तुरंत प्रथम सूचना रिपोर्ट अंकित करने का निर्देश दिया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी प्रधानाध्यापक रिजवान अहमद को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में सीओ सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि उन्होंने मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।