मंदिर में होगा सीमेंट का कम इस्तेमाल अन्य देवी देवताओं के मंदिर बनाने के लिए भव्य मंदिर की संरचना में पत्थरों को लगाया जाएगा। चार अलग स्थानों पर चार अलग टावर क्रेन बनेंगे। 1 लाख 20 हजार वर्ग फुट चौड़े और 50 फुट गहरी नींव का निर्माण कार्य अक्टूबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद जताई गई है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा मंदिर के निर्माण में सीमेंट का कम से कम उपयोग किया जा रहा है क्योंकि सीमेंट ज्यादा गर्मी सोखता है। यूपी के मिर्जापुर से मंदिर के निर्माण के लिए पत्थर मंगवाए जा रहे हैं। 3.5 लाख घन फुट पत्थरों से निर्माण किया जाना है। मिर्जापुर स्थित दो निजी कंपनियों को पत्थर काटने और लगाने का ठेका दिया गया है।
नवंबर से शुरू होगा आधार का निर्माण नींव के पूरा हो जाने के बाद अक्टूबर के अंत से या नवंबर के पहले सप्ताह से मंदिर के आधार का निर्माण शुरू हो जाएगा। मिश्रा ने कहा कि भव्य मंदिर की संरचना में पत्थरों को लगाने के लिए चार अलग-अलग स्थानों पर चार टावर क्रेन लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने अब नींव को समुद्र तल से 107 मीटर ऊपर लाने के लिए नींव क्षेत्र पर चार अतिरिक्त परतें बनाने का निर्णय लिया किया है।