ये भी पढ़ें- विधानसभा में दिखा गजब नजारा, मुंह पर मास्क बांधकर आए विधायक, हैरान सीएम योगी ने सुनाया बड़ा फैसला राम जन्मभूमि परिसर में विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद केंद्र सरकार द्वारा अधिग्रहित परिसर में शेषावतार, साक्षी गोपाल, सीता रसोई, श्रीराम जन्मस्थान, आनंद भवन, राम खजाना, बहराइच मंदिर, सुमित्रा भवन, कैकई भवन ,विश्वामित्र आश्रम, मानस भवन सहित अन्य कई मंदिरों को शामिल किया गया था। सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि इनमें से कई मंदिर आज जर्जर हालात में हैं, जिनमें विराजमान विग्रह को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किए जाने के साथ ही उन मंदिरों को गिराए जाने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इन मंदिरों की सूची बना रही है।
ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र सीएम के दौरे से पहले अयोध्या पहुंचे संजय राउत, कहा- राजनीतिक ट्रस्ट बनता तो जरूर जगह मिलती होगा स्थलीय निरीक्षण-रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्र के मुताबिक परिसर में कई मंदिर हैं जो आज जर्जर हालत में हैं। इसके साथ ही कई मंदिर ऐसे भी हैं जो प्राचीन हैं व जिनका जीर्णोद्धार किया जाना है। इन सभी मंदिरों पर ट्रस्ट विचार करेगी, लेकिन सबसे पहले इनमें विराजमान विग्रहों की पूजन अर्चन की व्यवस्था सुचारू रूप से होगी। जिन मंदिरों में जर्जर होने के कारण पूजन अर्चना नहीं की जा सकती उनके विग्रह को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। रामजन्मभूमि ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय व भवन निर्माण समिति के चेयरमैन निपेंद्र मिश्र इसके लिए इन मंदिरों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे।