वर्षों बाद शुभ मुर्हूत चबूतरे को तैयार किये जाने के साथ ही तराशे गए पत्थरों से मंदिर का निर्माण का प्रारंभ होगा। पहले गर्भगृह स्थल पर वैदिक आचार्य पत्थर की पूजा करेंगे फिर सीएम योगी आदित्यनाथ इस कार्य का शुभारंभ करेंगे। श्रीरामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की मानें तो यह दिन बहुत शुभ है। क्योंकि ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को मृगशिरा नक्षत्र के साथ कई वर्षों के बाद दुर्लभ संधि व सर्वधसिद्ध योग बन रहा है। इस दिन होने वाले सभी दुर्लभ कार्य पूर्ण हो जाते हैं। इसलिए इस दिन को चुना गया है।
गर्भगृह स्थल से शुरू होगा मंदिर का निर्माण राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण को लेकर अभी चबूतरा यानी प्लिंथ को बनाने का काम चल रहा है। लगभग 21 फुट ऊंचा चबूतरा ग्रेनाइट पत्थरों से तैयार होगा। जिसमे 17000 पत्थर लगाए जाएंगे। अब तक 5000 पत्थर लगाए जा चुके हैं। चबूतरे को सितंबर माह तक तैयार कर लिया जाएगा। गर्भगृह स्थल के आसपास के क्षेत्रों में 30 मई तक 21 फुट ऊंचे प्लिंथ के पत्थरों को लगाए जाने कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
अयोध्या में 25 हजार करोड़ की प्रोजेक्ट रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया, अयोध्या में इस समय 25 हजार करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं। सरयू नदी पर रिवरफ्रंट, श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट, राजा दशरथ मेडिकल कॉलेज, अयोध्या धाम बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन सभी का निर्माण अंतिम चरण में है। रामभक्तों के लिए त्रेतायुग वाली अयोध्या, भव्य अयोध्या का निर्माण हो रहा है। राम कथा संग्रहालय में दुनिया भर की भगवान राम से जुड़ी वस्तुएं रखी जा रही हैं।