सीएम योगी ने कहा कि मैं 500 वर्षों बाद भव्य राम का मंदिर का रास्ता साफ होने के बाद पहली बार मैं अयोध्या आया हूं। उन्होंने आगे कहा कि देश ने मोदी जी पर विश्वास किया है। मैं हमेशा से कहता रहा हूं, हमे भगवान राम की मर्यादा का उल्लंघन नहीं करना है। पांच सौ सालों में कितनी पीढ़ी चली गई। लेकिन हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है, जिसने आंदोलन को भी देखा और मंदिर को बनते भी देखेगी। रामराज्य की अवधारणा को मोदी जी की सरकार ने साकार किया है। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की तारीफों को पुल बांधे और कहा कि उन्होंने बिना किसी भेदभाव के काम किया है। देश प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास कर रहा है। मोदी जी ने जो कहा वो किया। चाहे वह देश की आकांक्षाओं के प्रतीक कश्मीर में धारा 370 को हटाना हो, तीन तलाक को प्रथा को प्रबंधित करना हो, देश के अंदर एक नागरिक कानून में संशोधन करके दुनिया के पीड़ित मानव को शरण देने की पारदर्शी व्यवस्था बनाना हो, चाहे अयोध्या में राम मंदिर मार्ग को प्रशस्त करना हो। अयोध्या वासियों की तरफ से मैं पीएम नरेंद्र मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह का अभिनंदन करता हूं।
ये भी पढ़ें- इस शख्स की मृत्यु का मामला सपा उठाएगी विधान परिषद में, हुआ ऐलान सुग्रीव किला में सीएम योगी ब्रम्हलीन महंत पुरुषोत्तम दास के प्रतिमा का अनावरण कर संत सम्मेलन में पहुंचे, जहां मंच पर राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महामंत्री चम्पतराय, नृत्य गोपाल दास से उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास, महंत कन्हैया दास, दशरथ महल के महंत देवेंद्रप्रसादाचार्य, विहिप के प्रबंधसमिति के सदस्य दिनेशचन्द्र, महंत राजकुमार दास, दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास के साथ हनुमान गढ़ी निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्म दास से उन्होंने मुलकात की। वहीं अपनी इस यात्रा के दौरान सीएम योगी ने हनुमान गढ़ी के बाद रामलला का भी दर्शन किया। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अयोध्या वासियों को जो विगत 500 वर्षों से अनेक प्रकार से कष्टों का सामना करना पड़ रहा था, अब वह समाप्त हुआ। भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो चुका है और शीघ्र कार्यवाही प्रारम्भ होगी। इसके लिए ट्रस्ट का गठन हो चुका है और जिन सदस्यों का ट्रस्ट में चयन हुआ है हम उसका स्वागत करता हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज सौभाग्य से दीपावली के बाद अयोध्या आने का अवसर प्राप्त हुआ है। आज पूज्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य की प्रथम पुण्य तिथि आज है। और राम मंदिर के लिए पहली बैठक सुग्रीव किला पर महंत जी के सानिध्य में हुई थी। आज उनके प्रति नमन करने का अवसर मिला है। साथ ही अयोध्या में रामलला व हनुमान गढ़ी के दर्शन करने का सौभग्य प्राप्त हुआ है। यह तो सोने पे सुहाग है।
दादा गुरू भी जुड़े थे आंदोलन से- सीएम सीएम योगी ने आगे कहा कि मेरे दादा गुरु व पूज्य गुरु देव लगातार 1934, 1949 और 1983 से लेकर 2014 तक इस अभियान से जुड़े रहे। इनके साथ-साथ पूज्य स्वामी परमहंस दास जी, स्वामी वामदेव जी महाराज, स्वर्गीय अशोक सिंघल और देवराहा बाबा के साथ एक लंबी कतार हैं।