अब गति पकड़ी अयोध्या में विश्व की सबसे ऊंची श्रीराम मूर्ति की योजना तीन साल पहले बनी थी। अभी तक यह योजना सुस्त पड़ी हुई थी। पर योगी 2.0 के आने के साथ इस योजना ने गति पकड़ ली थी। अयोध्या में आवास विकास विभाग ने भूमि विकास, गृहस्थान एवं बाजार योजना के तहत मांझा बरहटा, मांझा तिहुरा व मांझा शाहनवाजपुर की 1192 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है। अब तक करीब 73 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हो चुका है।
कुल अधिग्रहण का दायरा 1433 एकड़ वहीं अब 241.63 एकड़ भूमि इसी योजना के तहत और ली जाएगी। ऐसे में पहले 1192 एकड़ का चल रहा अधिग्रहण का दायरा अब कुल 1433 एकड़ हो गया है। श्रीराम की मूर्ति के लिए मांझा बरहटा के पूरब, पश्चिम, उत्तर व दक्षिण दिशा में विभिन्न गाटा संख्या की जमीनों का अधिग्रहण किया जाना है।
मांझा बरहटा में लग रही है श्रीराम की प्रतिमा श्रीराम की यह भव्य मूर्ति मीरापुर दोआबा गांव में लगाई जा रही थी। पर जब भूमि की क्वालिटी की जांच की गई तो वह मूर्ति के लिए अनुपयुक्त पाई गई। जिसके बाद मूर्ति लगाने के स्थल को बदल कर मांझा बरहटा कर दिया गया। 17 अप्रैल 2021 को नई अधिसूचना जारी की गई।
50 मीटर ऊंचा बेस पर श्रीराम की मूर्ति 251 मीटर ऊंची श्रीराम की मूर्ति 50 मीटर ऊंचे बेस पर खड़ी होगी। इसमें 20 मीटर ऊंचा चक्र होगा। बेस के नीचे भव्य म्यूजियम बनेगा। जहां तकनीक के जरिए भगवान विष्णु के सभी अवतारों को दिखाया जाएगा। यहां डिजिटल म्यूजियम, फूड प्लाजा, लैंड स्कैपिंग, लाइब्रेरी, रामायण काल की गैलरी प्रस्तावित है।
73 प्रतिशत भूमि अधिग्रहीत आवास विकास विभाग, अयोध्या अधिशासी अभियंता ओपी पांडेय ने बताया कि, श्रीराम की मूर्ति के लिए गृहस्थान एवं बाजार योजना के तहत 241.63 एकड़ भूमि और अधिग्रहीत की जानी है। अधिसूचना जारी की जा चुकी है। इससे पहले इसी योजना के तहत नव्य अयोध्या प्रोजेक्ट के लिए 1192 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है, जिसमें 73 प्रतिशत भूमि अधिग्रहीत की जा चुकी है।
भगवान राम की विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति – न्यूयार्क स्टैच्यू आफ लिबर्टी ऊंचाई 93 मीटर
– मुंबई डॉ. बीआर आंबेडकर ऊंचाई 137.2 मीटर
– गुजरात सरदार पटेल ऊंचाई 183 मीटर
– चीन गौतम बुद्ध ऊंचाई 208 मीटर
– मुंबई छत्रपति शिवाजी ऊंचाई 212 मीटर
– अयोध्या श्रीराम ऊंचाई 251 मीटर प्रस्तावित