कई अनुरोध के बाद ट्रस्ट का निर्णय महाराष्ट्र के एक धार्मिक ट्रस्ट ने इस विशेष अनुष्ठान का प्रस्ताव श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के समक्ष रखा है। कई प्रांतों के वैदिक विद्वानों ने भी यहां जप-पाठ की इच्छा जताई। इसी के बाद ट्रस्ट ने अनुष्ठान कराने का निर्णय लिया। बाहरी विद्वानों तो रहेंगे ही स्थानीय विद्वान सहभागी होंगे। 15-15 दिन की अवधि के अनुष्ठान की श्रृंखला का प्रारूप है, जिसें आठ से दस विद्वान संपन्न कराएंगे। एक ट्रस्टी ने बताया कि, यह अनुष्ठान अलग-अलग प्रदेशों के विद्वानों के संकल्प को पूर्ण करने का माध्यम होगा।
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UP Top News : जब डीएम ने पूछा यूपी सीएम का नाम तो जवाब मिला नरेंद्र मोदी, यूपी कोविड-19 की रफ्तार बढ़ी चल रहा है नियमित अनुष्ठान इसके साथ ही श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण प्रारंभ होने के साथ ही नियमित अनुष्ठान का क्रम चल रहा है। प्रातकाल यहां वैदिक विद्वान विहव्य, पृथ्वी, पुरुष, श्री, रुद्र व वास्तु सूक्त के मंत्रों के पारायण के साथ ही आहुतियां डाली जाती हैं। यह अनुष्ठान मंदिर निर्माण तक चलता रहेगा।