अयोध्या में सरकार की योजना का विरोध राम नगरी अयोध्या की विकास कार्य को लेकर प्रदेश सरकार ने ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया है के तहत अयोध्या के सड़को के चौड़ीकरण का भी प्रस्ताव है। नया घाट सहादतगंज तक मुख्य मार्ग को फोरलेन बनाए जाने के साथ राम जन्मभूमि परिसर तक जाने वाले मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य किया जाना है। इस योजना में सैकड़ों व्यापारियों की दुकानें समाप्त होने की कगार पर है जिसको लेकर अयोध्या के व्यापारी विरोध कर रहे हैं। व्यापारियों की मांग है कि प्रदेश सरकार अपने योजना की नीति में बदलाव करें और व्यापारियों को पहले उचित स्थान पर दुकानें उपलब्ध कराए फिर उनके दुकानों को तोड़े जाने का कार्य प्रारंभ करें प्रदेश सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार से व्यापारियों की मांग पर सुनवाई न होने से नाराज व्यापारियों ने जन आंदोलन करने का फैसला लिया है।
23 सितंबर को व्यापारी करेंगे विरोध प्रदर्शन अयोध्या में देर शाम व्यापारियों की बैठक बुलाई गई जिसमें सैकड़ों की संख्या में व्यापारी पहुंचे। दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों पर आरोप लगाया गया कि व्यापारियों को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि उचित नही, उन्हें दूसरे स्थान पर बसाए जाने की कोई व्यवस्था नही के साथ कुछ व्यापारियों को निजी लाभ पहुंचाया जा रहा है। तो वहीं अयोध्या के सड़क चौड़ीकरण योजना में समाप्त हो रहे व्यापारियों की दुकानों को लेकर सरकार से मांग किया है कि पहले उन्हें बतया जाए उसके बाद ही उजाड़ जाने की व्यवस्था बने जिसको लेकर व्यापारी 23 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन कर अयोध्या की दुकानों को बंद रखेंगे। व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता ने बताया कि अयोध्या में व्यापारियों के साथ उत्पीड़न किया जा रहा है सरकार के द्वारा छोटे व्यापारियों के व्यापार को समाप्त कर बड़े कारोबारियों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। जिससे अयोध्या के व्यापारी सहमत नही है। वहीं मांग की कि अयोध्या में उन्हें उसी स्थान पर दुकान देने के साथ उचित मुआवजा दिया जाए जिससे व्यापारियों की रोजी-रोटी बरकरार रहे उसके बाद ही दुकानों को तोड़े जाने की योजना बने।