जानकारी के मुताबिक लॉक डाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई करने के लिए कंपनी ने यह फैसला लिया है ऐसे में ग्राहकों को थोड़ा झटका जरूर लगेगा क्योंकि अब उन्हें वही बाइक और वही स्कूटर खरीदने के लिए पहले से ज्यादा रकम चुकानी पड़ेगी। वहीं दूसरी तरफ अन्य ऑटोमोबाइल कंपनियों की बात करें तो कंपनियां ऑफर्स और स्कीम पेश कर रही हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा ग्राहक आकर्षित होकर उनकी बाइक और कारें खरीदें लेकिन वही इन सब के उलट टीवीएस मोटर ने अपने वाहनों के दाम बढ़ा दिए हैं।
जिन बाइक और स्कूटर ( TVS scooter price hike ) के दाम बढ़ाए गए हैं उनमें टीवीएस स्पोर्ट, टीवीएस स्टार सिटी, टीवीएस रेडान, टीवीएस एक्सएल 100, टीवीएस एनटॉर्क, स्कूटी पेप प्लस और टीवीएस जुपिटर जैसे वाहन शामिल हैं। आपको बता दें कि कंपनी ने इन वाहनों की कीमत में ₹600 से लेकर ढाई हजार रुपए तक की बढ़ोतरी की है जो जून से लागू भी हो गई है। अब अगर आप जो हमसे कोई भी बाइक स्कूटर खरीदते हैं तो आपको बढ़ी हुई कीमतें चुकानी पड़ेगी। लॉक डाउन को अब 2 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है ऐसे में टीवीएस मोटर कंपनी को काफी भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई करने के लिए ही अब कंपनी ने वाहनों की कीमत में इजाफा किया है। नई कीमतें टीवीएस ग्राहकों को थोड़ा परेशान जरूर करेंगी।
आपको बता दें कि टीवीएस के वाहन भारत में काफी पसंद किए जाते हैं क्योंकि यह काफी किफायती होते हैं साथ ही साथ यह लो मेंटेनेंस होते हैं। इन वाहनों को खरीदना भी काफी आसान होता है क्योंकि इनकी कीमत अन्य वाहनों की तुलना में काफी कम होती है। हालांकि अब कंपनी ने इनकी कीमत बढ़ाकर लोगों को थोड़ा सा झटका जरूर दिया है।
अगर बात करें बढ़ी हुई कीमत की तो टीवीएस स्कूटर्स में अब एन टोर्क की खरीद पर ₹900, टीवीएस स्कूटी पेप के दाम में ₹800, टीवीएस रेडान की कीमत में ₹750, टीवीएस स्पोर्ट की कीमत में ₹750 और टीवीएस एक्सएल हंड्रेड की कीमत में 2511 की बढ़ोतरी की गई है।
जून महीने से ही टीवीएस वालों की बढ़ी हुई कीमत पूरी तरह से लागू कर दी गई है ऐसे में जब भी आप अपनी नजदीकी डीलरशिप पर जाएंगे तू वाहन खरीदने पर आपको पहले से बढ़ी हुई कीमतें चुकानी पड़ेगी। आपको बता दें कि यह कीमतें बढ़ाने का मकसद सिर्फ और सिर्फ लॉक डाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई करना है। सिर्फ टीवीएस ही इकलौती कंपनी नहीं है जिसे लॉक डाउन के दौरान घाटा झेलना पड़ा है। बल्कि तकरीबन सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों को लॉक डाउन के दौरान नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई करने के लिए वह ऑफर्स और डिस्काउंट का सहारा ले रही हैं।