कार के इंजन के ज्यादा गर्म होने पर इसे तत्काल ठंडा करने की जरुरत होती है। यदि आप अपनी कार में एयर कंडीशनर यानी AC चला रहे हैं, तो उसे बंद कर दें और जितनी तेज़ गर्मी हो सके उतनी तेज़ कर दें। हां, यह उल्टा लगता है, लेकिन कारगर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपकी कार का हीटर अतिरिक्त गर्मी पैदा नहीं करता है, बल्कि यह उस गर्मी को खींचता है जो इंजन चलने के दौरान जनरेट होती है और इसे उस जगह पर पंप करता है जहां आप बैठे होते हैं। इसके साथ ही कार के बोनट को खोल दें ताकि इंजन को ताजी हवा मिले और गर्मी बाहर निकल जाए।
जैसे ही आपको पता चले कि आपकी गाड़ी का इंजन गर्म हो गया, इसके बाद तुरंत कार को सड़क के किनारे पार्क कर लें। ऐसा करने से इंजन को ठंडा होने और सही तापमान पर आने में मदद मिलेगी। यदि आप इंजन के ज्यादा गर्म होने पर कार राइड करते हैं, तो गाड़ी के इंजन के खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।
समय के साथ रेडिएटर, प्लंबिंग और कूलेंट सिस्टम में दरारें पैदा हो जाती हैं और वहां से कूलेंट लीक होने लगता है।उसे नोटिस करते हुए तुरंत मैकेनिक के पास ले जाएं। क्योंकि यह आपके इंजन में होने जा रही किसी बड़ी खराबी की ओर इशारा कर रहे होते है।
कूलेंट का टेंपरेचर गेज द्वारा मापा जाता है। यदि यह ज्यादा गर्म हो रहा है, तो इंजन का कूलेंट भी काफी गर्म हो जाएगा। रेडिएटर में इंजन को ठंडा करने के लिए कूलेंट डाला जाता है और यह कूलेंट चलती हुई गाड़ी में अपना काम करता है जिससे यह भी काफी ज्यादा गर्म होता है। अगर रेडिएटर की कैप को खोलने की कोशिश की जाए तो उसमें काफी दबाव होता है और वह काफी तेजी से बाहर निकलता है। जिससे आपके हाथ, मुंह, सिर सहित शरीर के कई हिस्सों में जल सकते हैं।