आखिरी सूर्य ग्रहण 2024 पर करें ये उपाय
1. केतु के शांति के लिए पूजा करें।2. जरूरतमंद और गरीब लोगों को दान करें।
3. गरीबों को गेहूं दान करें।
4. संतुलित आहार खाकर, नियमित व्यायाम करके और अपने तनाव को नियंत्रित करके अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
5. भगवान गणेश की पूजा करें।
6. केतु मंत्र का जाप करने के लिए दिन में 108 बार “ऊँ कें केतवे नमः” का जाप करें।
7. केतु के अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए लहसुनिया (बिल्ली की आंख) वाला रत्न पहनें।
8. आदित्य हृदय स्तोत्रम का पाठ करें।
अंतिम सूर्य ग्रहण का क्या होगा दुनिया पर असर
- सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य और केतु दोनों हस्त नक्षत्र में होंगे, इसलिए हस्त नक्षत्र द्वारा शासित जातकों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस समय उन्हें ऊर्जा की कमी महसूस होगी।
- सूर्य आंखों के कारक हैं, इस समय विशेष रूप से कन्या राशि के लोगों को आंखों से संबंधित समस्या परेशान कर सकती है क्योंकि हस्त नक्षत्र कन्या राशि में पड़ता है।
- हस्त नक्षत्र पर चंद्रमा का शासन है इसलिए त्वचा की एलर्जी या अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं या मांसपेशियों से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोगों में सुधार देखने को मिल सकता है।
- चंद्रमा के नक्षत्र में सूर्य का होना मनोवैज्ञानिक समस्याओं को भी जन्म दे सकता है।
- देशों में जल और वायु से संबंधित आपदाएं देखी जा सकती हैं।
- दुनिया के कुछ हिस्सों में अचानक आतंकवादी हमले और महिलाओं, बच्चों के खिलाफ हिंसा बढ़ सकती है।
- कई देशों में सरकार का अचानक पतन और बदलाव देखने को मिल सकता है।
- सोने जैसी कीमती धातुओं की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है और साथ ही, पीतल जैसी धातुओं की कीमतें भी बढ़ सकती हैं।
नोटः सूर्य ग्रहण 2024 के प्रभाव केवल उन स्थानों पर देखे जाएंगे जहां यह दिखाई दे रहा है। इसके परिणामस्वरूप दुनिया आने वाले लगभग 3-5 वर्षों तक धीमी गति से दीर्घकालिक प्रभावों से पीड़ित हो सकती है।