पुष्य नक्षत्र
पुष्य नक्षत्र सबसे शुभ नक्षत्रों में से एक है। इस नक्षत्र के अधिष्ठाता देवता भाग्य और ज्ञान के कारक बृहस्पति हैं, जबकि ग्रह कर्मफलदाता शनि हैं। इस नक्षत्र पर स्वामी ग्रह की जगह देवता का प्रभाव अधिक है। इसलिए इसमें गुरु के गुण अधिक हैं। मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में सोने की तरह ही चांदी खरीदना भी शुभ होता है। इस दिन चंद्रमा और शुक्र की धातु चांदी की खरीदारी करने से अपार धन और आर्थिक वृद्धि हो सकती है।
गुरुवार
शुभ ग्रह बृहस्पति की पूजा के लिए गुरुवार का दिन समर्पित है। यह दिन चांदी खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में संपन्नता आती है। ये भी पढ़ेंः शनि देव को प्रसन्न करता है यह दिव्य शनि स्तोत्र, पढ़ें- पूरा शनैश्चर स्तोत्रम् अक्षय तृतीया
अक्षय तृतीया तिथि खरीदारी के लिए विशेष होती है। मान्यता है कि इस दिन किया गया कोई भी निवेश अनंत लाभ देता है। यदि इस दिन चांदी की खरीदारी की जाए तो वह भी शुभ फल देती है।
क्या शनिवार को खरीद सकते हैं चांदी
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शनिवार को लोहा आदि चीजें घर नहीं लानी चाहिए। लेकिन इस दिन चांदी या इससे जुड़ी चीजें खरीद सकते हैं। क्योंकि चांदी शुक्र की भी धातु है और शनि व शुक्र मित्र ग्रह हैं। इससे शनिवार को चांदी खरीदने से शुभ फल मिलता है। शनि देव का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। घर में बरकत आती है। आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। चांदी खरीदने में रखें इसका ध्यान
- चांदी खरीदते समय प्रयास करना चाहिए कि यह उत्तर या पूर्व दिशा में स्थित दुकान से खरीदें।
- घर की सजावट में चांदी की वस्तुएं जैसे चांदी की मूर्तियां, शोपीस या बर्तन शामिल करना धन और वित्तीय स्थिरता को बढ़ाता है।
- चांदी की पॉजिटिविटी के लिए समय-समय पर इसे साफ करते रहें। इसका चमकीला होना जरूरी है। चांदी की वस्तुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से रखें। अव्यवस्था से बचें और उन्हें धूल से बचाएं।