scriptShani Nakshatra Parivartan: शनि नक्षत्र परिवर्तन से इन राशि के लोगों के खुल जाएंगे भाग्य | Shani Nakshatra Parivartan shatbhisha October grah rashi parivartan impact jyotishiy upay horoscope Saturn will change fortunes of zodiac will open up | Patrika News
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Shani Nakshatra Parivartan: शनि नक्षत्र परिवर्तन से इन राशि के लोगों के खुल जाएंगे भाग्य

Shani Nakshatra Parivartan: अक्टूबर में 4 बड़े ग्रहों की चाल बदलेगी, वहीं शनि नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। गुरु वक्री भी होंगे, इसका लोगों पर बड़ा असर पड़ेगा। इस समय आप कुछ आसान उपाय करते हैं तो लाभ बढ़ सकता है और हानि से बच सकते हैं। आइये जानते हैं ग्रह राशि परिवर्तन का क्या असर पड़ने वाला है (October grah rashi parivartan) …

जयपुरOct 05, 2024 / 07:24 am

Pravin Pandey

Shani Nakshatra Parivartan shatbhisha

Shani Nakshatra Parivartan: शतिभिषा में शनि नक्षत्र परिवर्तन

Shani Nakshatra Parivartan: ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों की विशेष भूमिका होती है। ग्रहों की चाल और उनके गुण व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य पर बड़ा असर डालते हैं। ये ग्रह एक निश्चित अंतराल पर अपनी चाल भी बदलते रहते हैं। यह एक विशेष अवधि में मौजूदा राशि को छोड़कर दूसरी राशि में जाते रहते हैं। जब-जब ग्रहों का राशि परिवर्तन होता है तब तब इसका व्यापक असर सभी 12 राशियों के लोगों पर पड़ता है।

Grah Rashi Parivartan: पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार अक्टूबर में चार ग्रह अपनी राशि बदलेंगे, जिसमें बुध, शुक्र, मंगल और सूर्य ग्रह होंगे। सबसे पहले बुध ग्रह 10 अक्टूबर को तुला राशि में गोचर करेगा। उसके बाद शुक्र का गोचर वृश्चिक राशि में 13 अक्टूबर को होगा। उसके 3 दिन बाद ग्रहों के राजा सूर्य का राशि परिवर्तन 17 अक्टूबर को होगा।
सूर्य देव तुला राशि में गोचर करेंगे। सबसे अंत में ग्रहों के सेनापति मंगल 20 अक्टूबर को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं 9 अक्टूबर को गुरु ग्रह वक्री होंगे। 4 बड़े ग्रहों के राशि परिवर्तन और गुरु के वक्री होने का प्रभाव सभी 12 राशियों पर होगा। इसमें किसी को लाभ तो किसी को हानि होगी।
ज्योतिषाचार्य डॉ. व्यास ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की चाल का असर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। इस माह में 4 ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे। वैदिक ज्योतिष के सिद्धांत के अनुसार मनुष्य के जीवन में जो भी घटनाएं घटित होती हैं। उनका कारण ग्रहीय दशा, गोचर, उनकी चाल है। सौरमंडल में बैठे ग्रह ही यह निर्धारित करते हैं कि आने वाला समय कैसा होगा और मनुष्य जीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।

शनि शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश

ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि न्याय के देवता शनि का नक्षत्र परिवर्तन 03 अक्टूबर को होगा। उस दिन दोपहर 12:13 बजे शनि शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इस परिवर्तन से कुंभ राशि के जातकों को लाभ होगा। जो लोग उच्च शिक्षा में प्रयास कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलेगी। शनि देव इस स्थिति में 27 दिसंबर की प्रातः तक रहेंगे। फिर वापस पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में चले जाएंगे।
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9 अक्टूबर को वक्री होंगे गुरु

ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार 09 अक्टूबर को गुरु वक्री होने जा रहे हैं। यह राशि परिवर्तन प्रातः 09.55 बजे होगा। इस गोचर का विपरीत असर मेष, मिथुन, सिंह, धनु राशि वालों पर पड़ सकता है। इस अवधि में ये लोग नकारात्मक ऊर्जा से ग्रसित हो सकते हैं। साथ ही इस समय में गलत निर्णय ले सकते हैं जिससे भविष्य में हानि होगी। शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय करें।

10 अक्टूबर को बुध का तुला राशि में गोचर

बुध ग्रह को तटस्थ ग्रह माना गया है। इसके अलावा बुध ग्रह वाणी,संचार और व्यापार के कारक ग्रह माने गए हैं। बुध ग्रह के शुभ प्रभाव से शिक्षा, गणित, लेन-देन, निवेश और बिजनेस में फायदा मिलता है। इसके प्रभाव से फायदेमंद योजनाएं बनती हैं। इसके साथ ही शरीर में बुध का असर स्किन और आवाज पर पड़ता है।
बुध के शुभ प्रभाव से इंसान चतुर बनता है। बुध के अशुभ प्रभाव से इन्हीं मामलों में नुकसान होता है। दिनांक 10 अक्टूबर को बुध ग्रह तुला राशि में प्रवेश करेंगे। यह राशि परिवर्तन सुबह 11:13 बजे होगा। इससे तुला राशि वालों को लाभ होगा। रूके हुए काम पूरे होंगे। बिजनेस में उठाया गया हर कदम सफल होगा।
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13 अक्टूबर को शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर

वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को सुख, समृद्धि और वैभव प्रदान करने वाला ग्रह माना गया है। शुक्र ग्रह का प्रभाव इनकम, खर्च, शारीरिक सुख-सुविधाएं, शौक और भोग-विलास पर होता है। इस ग्रह के कारण विवाह, पत्नी, अपोजिट जेंडर और यौन सुख संबंधी मामलों में शुभ-अशुभ बदलाव देखने को मिलते हैं।
शरीर में शुक्र का प्रभाव प्राइवेट पार्ट्स पर पड़ता है। इसके अशुभ प्रभाव से खांसी और कमर के निचले हिस्सों में बीमारी होती है। 13 अक्टूबर को शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं। यह राशि परिवर्तन प्रातः 06:13 बजे होगा। यह स्थिति मेष और वृश्चिक राशि वालों के लिए फायदेमंद साबित होगी। आर्थिक स्थिति पैदा होने से जीवन स्तर सुधरेगा।

17 अक्टूबर को सूर्य का तुला राशि में प्रवेश

सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है। कुंडली में सूर्य ग्रह के मजबूत होने पर व्यक्ति का समाज में मान-सम्मान और यश में बढ़ोतरी होती है। सूर्य ग्रह का असर शरीर में पेट, आंखें, दिल, चेहरे और हड्डियों पर होता है। सूर्य के अशुभ प्रभाव से सिरदर्द, बुखार और दिल की बीमारियां होती हैं। इसके शुभ प्रभाव से आत्मविश्वास बढ़ता है। सम्मान और प्रसिद्धि मिलती है। इस ग्रह के प्रभाव से जॉब और बिजनेस में तरक्की भी मिलती है।

दिनांक 17 अक्टूबर को ग्रहों के राजा सूर्य तुला राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। यह राशि परिवर्तन प्रातः 07:47 बजे होगा। तुला राशि सूर्य की नीच राशि में आती है। यह गोचर जातक के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। तुला राशि वाले इस अवधि में सतर्क रहें। उन पर गलत आरोप लग सकता हैं। अच्छाई के बदले अपयश मिल सकता है। स्वास्थ्य को लेकर भी यह समय अच्छा नहीं है।

20 अक्टूबर को मंगल का कर्क राशि में गोचर

ज्योतिष में मंगल ग्रह को उग्र माना गया है। मंगल ग्रह साहस और पराक्रम के कारक होते हैं। जिन जातकों की कुंडली में मंगल ग्रह का प्रभाव होता है वे बहुत ही आत्मविश्वास वाले व्यक्ति होते हैं। मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी होते हैं। दिनांक 20 अक्टूबर को ग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।

यह राशि परिवर्तन दोपहर के 02:50 मिनट पर होगा। कर्क राशि मंगल ग्रह की नीच राशि है। यह गोचर भी प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। इस दौरान कर्क राशि वाले अपनी सेहत को लेकर परेशान रह सकते हैं। मन में तनाव रहेगा। परिवार में अशांति बनी रहेगी। इस दौरान कोई बड़ा निर्णय लेने से बचें।
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29 अक्टूबर को वृश्चिक में प्रवेश करेंगे बुध

दिनांक 29 अक्टूबर को राजकुमार बुध ग्रह मंगल की राशि वृश्चिक में प्रवेश करेंगे। यह राशि परिवर्तन वृश्चिक राशि वालों पर विपरीत असर डालेगा, विशेष रूप से आर्थिक मामलों में। इस दौरान बिजनेस के सिलसिले में बाहर जाना पड़ सकता है। व्यापार विस्तार के लिए भी यह समय अच्छा रहने वाला है। वृश्चिक राशि के अलावा यह गोचर मिथुन, कन्या, मकर राशि के लिए भी लाभदायक रहने वाला है।

ग्रहों के गोचर का प्रभाव

भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि व्यापार में तेजी आएगी। प्राकृतिक घटनाएं होगी। भूकंप आने की संभावना है। तूफान, बाढ़, भूस्खलन, पहाड़ टूटने, सड़के और पुल भी टूटने की घटनाएं हो सकती हैं। बस और रेलवे यातायात से जुड़ी बड़ी दुर्घटना होने की भी आशंका है। बीमारियों का संक्रमण बढ़ सकता है।

शासन-प्रशासन और राजनैतिक दलों में तेज संघर्ष होंगे। सामुद्रिक तूफान और जहाज-यान दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं। खदानों में दुर्घटना और भूकंपन से जन-धन हानि होने की आशंका बन रही है। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आय में इजाफा होगा। राजनीति में बड़े स्तर पर परिवर्तन देखने को मिलेगा।

क्या करें उपाय

भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि हं हनुमते नमः, ऊॅ नमः शिवाय, हं पवननंदनाय स्वाहा का जाप करें। प्रतिदिन सुबह और शाम हनुमान जी के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं। लाल मसूर की दाल शाम 7:00 बजे के बाद हनुमान मंदिर में चढ़ाएं। हनुमान जी को पान का भोग और दो बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं।

ईश्वर की आराधना संपूर्ण दोषों को नष्ट एवं दूर करती है। महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती पाठ करना चाहिए। माता दुर्गा, भगवान शिव और हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए।

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