रूबी (माणिक)
रूबी (माणिक) सूर्य का रत्न है। मान्यता है कि माणिक्य रत्न पहनने से पेशेवर जीवन में सफलता और पहचान मिलती है। रत्न शास्त्र के अनुसार माणिक पहनने से व्यक्ति में लीडरशिप गुण आते हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा मिलती है। हालांकि इसे पहनने का नियम होता है। उदाहरण के लिए माणिक रत्न की अंगूठी रविवार, सोमवार या गुरुवार को गंगाजल से शुद्ध कर पहनना चाहिए। माणिक रत्न की अंगूठी का वजन कम से कम 2 कैरेट होना चाहिए। अगर आप 5 कैरेट का रत्न, धारण करते है तो यह अधिक प्रभावशाली हो सकता है। ये भी पढ़ेंः इन राशि वालों की रक्षा करते हैं हनुमान जी, कभी नहीं आती पैसों की कमी मोती
मोती चंद्रमा का रत्न है। इन्हें पहनने से इनके रिश्तों में मधुरता आती है। यह रत्न शांति और संतुलन की भावना को बढ़ाता है। मोती रत्न पहनने से स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है। मोती रत्न के लाभ उठाने के लिए सोमवार के दिन मोती रत्न की अंगूठी पहननी चाहिए। मोती रत्न को चांदी या सोने की अंगूठी में जड़कर पहनना चाहिए और इसका वजन कम से कम 2 कैरेट होना चाहिए।
मूंगा
मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। मूंगा रत्न पहनने से व्यक्ति में साहस बढ़ता है। यह दुश्मनों से सुरक्षा करता है। मूंगा रत्न पहनने वाले को जीवन में शक्ति और जुनून मिलता है, जिससे वे अधिक दृढ़ बनें। मूंगा रत्न शारीरिक शक्ति और सहनशक्ति में सुधार करता है। मूंगे की अंगूठी को मंगलवार सुबह पहना जा सकता है। मूंगा रत्न सोने या तांबे की अंगूठी में जड़कर 2 से 5 कैरेट का पहनना चाहिए।
पन्ना
पन्ना बुध ग्रह का रत्न है। मान्यता है कि पन्ना रत्न पहनने से बुद्धि, स्मृति और संचार कौशल बढ़ता है। इसके प्रभाव से निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। पन्ना रत्न पहनने से सांस से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं और जीवन में सुधार आता है। पन्ना रत्न का अधिक लाभ उठाने के लिए इसे बुधवार के दिन के पहले घंटे के दौरान अंगूठी के रूप में पहन सकते हैं। पन्ना रत्न सोने या चांदी की अंगूठी में जड़ा होना चाहिए। आप 2 से 7 कैरेट तक का पन्ना रत्न पहनना चाहिए। ये भी पढ़ेंः शनि के इस बदलाव ने शश राजयोग को बनाया और शक्तिशाली, एक साल तक इन 3 राशियों पर होगी धन वर्षा, किस्मत बनेगी दोस्त पुखराज
पुखराज बृहस्पति का रत्न है। पुखराज रत्न पहनने से जीवन में प्रचुरता, समृद्धि और आध्यात्मिक विकास होता है। इसे सौभाग्य का साथ और जीवन में अवसर मिलते हैं। पुखराज आपके ज्ञान को बढ़ावा देता है। पुखराज रत्न को गुरुवार के दिन के पहले घंटे के दौरान पहनना चाहिए। पुखराज को सोने की अंगूठी में पहनना मददगार होता है। आप पुखराज रत्न 2 से 5 कैरेट की अंगूठी में धारण कर सकते हैं।
हीरा
हीरा शुक्र रत्न है, अगर आप हीरा रत्न पहनते हैं तो जीवन में प्रेम, रोमांस आता है। वैवाहिक जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आता है। यह आपके रिश्तों को आकर्षक बनाता है। इससे जीवन में खुशी और सुंदरता आता है। हीरा रत्न रचनात्मकता और कलात्मक अभिव्यक्ति को भी बढ़ाता है। शुक्रवार के दिन सोने और प्लैटिनम की 1 कैरेट अंगूठी के रूप में यह रत्न पहनने से यह लाभदायक होगा। नीलम
नीलम शनि का रत्न है। शनि को कर्मफलदाता माना जाता है। मान्यता है कि आप नीलम पहनते हैं तो यह आपमें अनुशासन, ध्यान और आध्यात्मिकता बढ़ाता है। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा से आपकी सुरक्षा करता है। नीला नीलम धन और वित्तीय स्थिरता भी बड़ाता है। नीलम रत्न को शनिवार को 1 से 5 कैरेट की सोने और चांदी की अंगूठी में धारण करना लाभ देता है।