100 शहरों में बिक्री पर प्रतिबंध
समाचार के मुताबिक, जाफना के 22 शहर व मतारा के 17 शहर व कुरुनेगला के 16 शहरों के साथ दूसरे शहर भी सिगरेट की बिक्री के बहिष्कार में शामिल हुए हैं। मौजूदा समय में 107 शहर इस मुहिम का हिस्सा हैं। स्वास्थ्य मंत्री राजिता सेनारत्ने ने आंकड़ों पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इस आंकड़े के 2019 में 200 तक बढ़ने की उम्मीद है।
सिगरेट पर रोक के लिए उठाए कई कदम
श्रीलंका सरकार ने हाल के सालों में धूम्रपान व सिगरेट की बिक्री को हतोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इन कदमों के तहत तंबाकू पर कर 90 फीसदी बढ़ाने, सिगरेट के पैक पर 80 फीसदी तक चित्र चेतवानी वाला भाग बढ़ाने और स्कूलों के 100 मीटर के दायरे में सिगरेट की बिक्री पर रोक लगाने जैसे कदम शामिल हैं। सरकार 2020 तक तंबाकू की खेती पर रोक लगाने पर विचार कर रही है।
हर दूसरे स्मोकर को सुबह चाहिए सिगरेट
हाल में एक अध्ययन के मुताबिक 14 देशों के 48 फीसदी भारतीयों को सुबह जागने के बाद सिगरेट की तलब लगती है। आईवैप डॉट इन के संस्थापक नीलेश जैन ने कहा कि केंटर द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 14 देशों के 48 फीसदी भारतीयों को सुबह जागने के बाद सिगरेट की तलब लगती है। हैरानी की बात है कि केवल 60 फीसदी भारतीयों ने अपनी धूम्रपान की लत को स्वीकार किया है। जैन ने कहा कि भारत में धूम्रपान की आदतों के मौजूदा परिदृश्य और भारत में स्वास्थ्य परिस्थितियों को ध्यान में रखकर सरकार को स्वस्थ विकल्पों के माध्यम से परिवर्तन लाने के लिए अपने सोच को विस्तारित करने की जरूरत है।