आपको बता दें कि कुरैशी का बयान अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश के बाद आया है। भारत इस प्रस्ताव को पहले ही नकार चुका है।
कश्मीर में बदलाव बर्दाश्त नहीं: कुरैशी
इस्लामाबाद में मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कुरैशी ने कहा, ‘कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है। इस प्रांत की आबादी में किसी तरह की छेड़छाड़ न तो पाकिस्तान और नाही कश्मीर के लोग बर्दाश्त करेंगे।’ आपको बता दें कि इमरान खान की अमरीकी यात्रा के दौरान ट्रंप ने कहा था कि वो कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करना पसंद करेंगे। हालांकि, भारत ने इस प्रस्ताव को तुरंत खारिज करते हुए कहा था कि यह पाकिस्तान के साथ उनका द्विपक्षीय मामला है।
पाक विदेश मंत्री का बड़ा बयान: अमरीका भीख मांगने नहीं, नए पाकिस्तान का ख्वाब लेकर आए हैं
अफगान शांति वार्ता मुद्दे पर पाक सिर्फ सूत्रधारवहीं, अफगान शांति वार्ता पर पूछे गए सवाल पर कुरैशी ने कहा कि अफगान शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान गारंटर नहीं है, बल्कि केवल एक सूत्रधार हैं। उन्होंने कहा, ‘अफगान शांति प्रक्रिया का पूरा बोझ पाकिस्तान पर नहीं डाला जा सकता।’ हालांकि, कुरैशी ने आगे यह दावा भी किया कि पीएम इमरान खान तालिबान को अफगानिस्तान से बातचीत की ओर आकर्षित करने के लिए उनसे मिलना चाह रहे थे।