एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि चीनी सैनिकों ने सोची समझी साजिश के तहत भारतीय सैनिकों पर गलवान वैली ( Chinese Army Attack On Indian Army ) में हमले को अंजाम दिया था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चीन की ये कोशिश दक्षिण एशियाई देशों ( South Asian countries ) के क्षेत्र पर अपना अधिपत्य जमाने के प्रयास का हिस्सा था।
हालांकि भारतीय सैनिकों ने बहादुरी के साथ चीनी सैनिकों को जवाब दिया। जिससे चीन की मंशा पूरी नहीं हुई। बता दें कि अमरीकी न्यूज और वर्ल्ड रिपोर्ट ( American News and World Report ) को मिले कुछ अहम दस्तावेजों से इस बात का खुलासा हुआ है।
चीनी साजिश का पर्दाफाश
आपको बता दें कि अमरीकी पत्रकार पॉल डी शिंकमैन ( American journalist Paul D. Shinkman ) ने लद्दाख में भारत-चीन सैनिकों के बीच 15 जून की रात को हुए हिंसक झड़पों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि भारत लद्दाख में हुई ताजा मुठभेड़ को चीन की साम्राज्यवादी नीति से जोड़ कर देखता है, लेकिन विस्तारवाद के लिए प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई से बचता है। इस रिपोर्ट में उन्होंने बताया है कि भारत ये मानता है कि चीन दक्षिण-पश्चिम सीमा ( Southwest Border ) के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों पर ज्यादा नियंत्रण करना चाहता है।
शिंकमैन ने कहा है कि ये दस्तावेज़ अभी तक पब्लिश नहीं हुए हैं। ये दस्तावेज कुछ विश्लेषकों के स्टेटमेंट्स और शोध पर आधारित हैं। उन्होंने आगे बताया है कि दोनों देशों के बीच हिंसक घटना एक छोटी सी झड़प के साथ शुरू हुआ, लेकिन बाद में तनाव काफी बढ़ गया और सीमा पर शांति भंग हो गई।
आपको बतादें कि पेट्रोलिंग पॉइंट 14 ( Petroling Point 14 ) पर 15 जून की रात को चीनी सैनिकों ( Chinese Soldiers ) ने अचानक धारदार हथियार और कील लगे रॉड से हमला बोल दिया था। इस हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। भारतीय जवानों ( Indian soldiers ) ने भी सख्ती से मुकाबला करते हुए 40 से अधिक चीनी सैनिकों को ढेर कर दिया। हालांकि अभी तक चीन ने मरने वाले सैनिकों की संख्या की पुष्टि नहीं की है, जबकि भारत ने दुनिया भर के सामने अपने जवानों के शहादत को स्वीकार किया और बताया।