जिनेवा में भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन की सचिव मिनी देवी कुमम ने कहा कि- पाकिस्तान हमें मानवाधिकारों और लोकतंत्र के बारे में भाषण देता है, जबकि आतंकी वहां खुलेआम धूम रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान को विफल देश कहते हुए उस पर जम्मू-कश्मीर में आतंक को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया। मिनी ने कहा कि परिषद पाकिस्तान से सीमा पार घुसपैठ और आतंकी ठिकानों को नष्ट करने का आह्वान करे।
इस दौरान मिनी ने पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों की ओर से किए गए आतंकी हमलों का उल्लेख भी विशेष तौर पर किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार की ओर स अभी तक 2008 के मुंबई और 2016 के उड़ी और पठानकोट में हुए हमले के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हम इस कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।
बलूचिस्तान की बात भी उठाई इस दौरान मिनी ने पाकिस्तानी सेना की ओर से बलूचिस्तान में आम नागरिकों पर किए जा रहे अत्याचारों का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि ऐसे अत्याचारों के खिलाफ पाकिस्तान को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने की बात उठाते हुए उन्होंने कहा कि पाक को इसे बंद करना चाहिए।
बता दें, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व कर रहे ताहिर अंद्राबी ने कहा था कि जवाहरलाल नेहरू ने कश्मीर में जनमत संग्रह कराने की बात कही थी। इसपर भारत की ओर से जवाब देते हुए मिनी ने कहा कि ऐसा कहते हुए पाकिस्तान यह भूल जाता है कि पहले उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) पर अवैध तरीके से किए गए कब्जे को खाली करना होगा।