लाओस दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों का संगठन यानी आसियान का सदस्य है, जिसके साथ नई दिल्ली की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ के तहत सक्रिय भागीदारी है। सुषमा स्वराज का लाओस का दो दिवसीय आधिकारिक दौरा गुरुवार को शुरू हुआ। उनके साथ विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी लाओस के दौरे पर गए हैं। संयुक्त आयोग की बैठक से पहले सुषमा स्वराज ने लाओस के प्रधानमंत्री थोंगलोन सिसोलीथ से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों और आपसी हितों व सहयोग के विविध मसलों पर बातचीत की।
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, सुषमा स्वराज ने सिसोलीथ को आश्वासन दिया कि भारत विकास व संवृद्धि को लेकर लाओस के इरादे में उसका सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि भारत सॉफ्ट लोन (कम ब्याज दर या लंबी अवधि में भुगतान किया जाने वाला कर्ज) के जरिए लाओस में सड़क, कृषि, सिंचाई, सूचना प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन व अन्य क्षेत्र समेत बुनियादी ढांचा निर्माण में मदद करेगा।