यही कारण है कि पहले पाकिस्तान ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी, तो वहीं अब चीन ने भी इसे लेकर एक बड़ा बयान दिया है। हालांकि चीन की ओर से दिया गया यह बयान तंज और खिसियाहट है। अपने विस्तारवादी एजेंडे को लेकर आगे बढ़ने वाले चीन ने रफाल के भारत आने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( Defense Minister Rajnath Singh ) की ओर से दिए गए एक बयान को लेकर जवाब दिया है।
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चीन के विदेश मंत्रालय ने राजनाथ सिंह के टिप्पणी पर तंज कसते हुए कहा है कि इससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता आएगी। गुरुवार को ब्रीफिंग के दौरान चीनी विदेश मंत्रालय ( Chinese Foreign Ministry ) के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि संभवतः इससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता आ सकती है।
राजनाथ सिंह ने कही थी ये बात..
आपको बता दें कि चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से दैनिक मीडिया ब्रीफिंग ( Media Briefing ) के समय ये सवाल पूछा गया कि भारतीय रक्षा मंत्री कहते हैं कि भारत की क्षेत्रीय अखंडता को खतरे में डालने का इरादा रखने वाले को फ्रांस से भारत द्वारा खरीदे गए फाइटर जेट से सावधान रहने की जरूरत है।
इस पर वांग वेनबिन ने अपने जवाब में तंज कसते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि भारत में प्रासंगिक लोगों की टिप्पणी से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता ( Regional Peace and Stability ) को लाभ मिल सकता है। मालूम हो कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत में रफाल आने के बाद एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए अपनी बात कही थी। इसी में से एक ट्वीट में उन्होंने कहा था कि भारत में रफाल लड़ाकू विमानों का पहुंचना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है। यह मल्टीरोल एयरक्राफ्ट ( Multirole aircraft ) निश्चित ही हमारी वायुसेना की ताकत को बढ़ाएंगे।’
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उन्होंने इसके आगे यह भी कहा था कि अब किसी को अगर भारतीय वायुसेना की ताकत को लेकर चिंता करना चाहिए तो उन्हें जो हमारी क्षेत्रीय अखंडता को खतरे में डालना चाहते हैं।
गौरतलब है कि 29 जुलाई को भारत के अंबाला एयरबेस ( Ambala Airbase ) पर पांच रफाल लड़ाकू विमान पहुंचा। करीब 7 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर ये रफाल विमान फ्रांस से भारत पहुंचा है। इन विमानों का काफी लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। भारत और फ्रांस के बीच 36 विमानों के लिए सौदा हुआ है। इसमें से पांच आ चुका है और बाकी के सभी विमान 2021 तक भारत आ जाएंगे।