राजघाट बांध: 182 घंटे में 1.01 लाख करोड़ लीटर पानी छोड़ा,जिसमें 10 बार भर जाते सभी बांध
-लगातार सात दिन तक खुले रहे गेट, बेतवा शांत तो सुबह 4 बजे बंद हो गए सभी गेट
अशोकनगर. लगातार सात दिन तक खुले रहे राजघाट के सभी गेटों को बेतवा नदी के शांत होते ही बंद कर दिया गया है। गेटों के माध्यम से बांध से 182 घंटे में 1.01 लाख करोड़ लीटर पानी बाहर बहाया गया, इस पानी से जिले में मौजूद जल संसाधन विभाग के सभी 33 बांध-तालाब 10 बार फुल हो जाते। साथ ही इतने पानी से करीब 10 करोड़ यूनिट बिजली बनाई जा सकती थी।
बारिश के सीजन में राजघाट बांध के 20 जुलाई को दोपहर दो बजे गेट खुले और बेतवा नदी का बहाव शांत होते ही 28 जुलाई को सुबह 4 बजे सभी गेट बंद हो गए। हालांकि इस बीच में कई बार आठ गेट खोले गए तो एक बार लगातार 10 घंटे तक 14 गेट खुले रहे। साथ ही इसके अलावा गेटों से पानी निकासी की संख्या कम-ज्यादा हुई। यानी लगातार 182 घंटे तक गेट खुले रहे और इस बीच में करीब 36 टीएमसी पानी बाहर बहाया गया। जबकि राजघाट बांध की कुल भराव क्षमता 77.66 टीएमसी है। यानी बांध की कुल भराव क्षमता की तुलना में 46 फीसदी से अधिक पानी गेटों से बाहर बहाना पड़ा।
ऐसे समझें: 1.01 लाख करोड़ लीटर बाहर छोड़ा पानी-
राजघाट बांध बड़ा बांध है, इसलिए इसमें पानी की नाप टीएमसी में की जाती है, टीएमसी यानी थाउजेंड मिलियन क्यूबिक फिट। एक टीएमसी में 28316.85 मिलियन लीटर पानी होता, यानी 2831.685 करोड़ लीटर पानी एक टीएमसी के बराबर होता है। जबकि बांध से 36 टीएमसी पानी छोड़ा गया। इससे पिछले साढ़े सात दिनों में राजघाट बांध से गेटों के माध्यम से 101940.66 करोड़ लीटर पानी बाहर छोड़ा गया। हालांकि अभी शुरुआत है और नदियों के उफान पर आने से बांध से गेटों के माध्यम से पानी बाहर छोडऩे का सिलसिला जारी रहेगा।
तुलना: जिले के सभी 33 बांध 10 बार फुल हो जाते-
राजघाट बांध उप्र व मप्र की संयुक्त परियोजना का बांध है, जिसका संचालन बेतवा रिवर बोर्ड और राजघाट बांध परियोजना करती है। वहीं जिले में जलसंसाधन विभाग के 33 अन्य बांध-तालाब भी हैं। जिनकी कुल भराव क्षमता 94.462 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) है। जिनमें कुल 9446.2 करोड़ लीटर पानी भराव की क्षमता है। जबकि राजघाट बांध से 101940.66 करोड़ लीटर पानी बाहर छोड़ा गया, यानी इतने पानी से जिले के जलसंसाधन विभाग के सभी 33 बांध-तालाब 10 बार फुल हो जाते।
यह भी खास-
– जिले में अब तक 435.25 मिमी बारिश हो चुकी है, जो जिले में होने वाली कुल बारिश की तुलना में 49.35 फीसदी है और पिछले साल से 110.25 मिमी अधिक है।
– जिले में अब तक अशोकनगर में 413 मिमी, चंदेरी में 426 मिमी, ईसागढ़ में 436 मिमी व मुंगावली में 466 मिमी बारिश हुई, मुंगावली में 58 फीसदी बारिश हो चुकी है।
– जिले में जलसंसाधन विभाग के 33 बांध-तालाबों में से से 29 फिट भराव क्षमता वाले कोंचा बांध में 26 फिट व 30 फिट क्षमता वाले मोला बांध 15 फिट भर गया है।
वर्जन-
बेतवा का बहाव कम होने से सुबह 4 बजे राजघाट बांध के सभी गेट बंद कर दिए गए हैं, 20 जुलाई को दोपहर दो बजे गेट खुले थे। हालांकि अब सिर्फ बिजली उत्पादन यूनिट को करीब साढ़े तीन हजार क्यूसेक पानी और लोअर राजघाट कैनाल को 20 क्यूसेक पानी बांध से दिया जा रहा है।
एके गोस्वामी, जेई राजघाट बांध परियोजना
Hindi News / Ashoknagar / राजघाट बांध: 182 घंटे में 1.01 लाख करोड़ लीटर पानी छोड़ा,जिसमें 10 बार भर जाते सभी बांध