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अनूपपुर

धान विक्रय के बाद किसानों का 135 करोड़ से अधिक का भुगतान अटका

अनूपपुर. जिले में 2 दिसंबर से धान खरीदी का कार्य 34 उपार्जन केंद्र में किया जा रहा है। जिसमें अभी तक 17 हजार 860 किसानों से 9 लाख 33 हजार 424 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इसके विरुद्ध 69 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को किया गया है। 135 करोड़ 60 लाख रुपए […]

अनूपपुरJan 18, 2025 / 11:51 am

Sandeep Tiwari

अनूपपुर. जिले में 2 दिसंबर से धान खरीदी का कार्य 34 उपार्जन केंद्र में किया जा रहा है। जिसमें अभी तक 17 हजार 860 किसानों से 9 लाख 33 हजार 424 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इसके विरुद्ध 69 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को किया गया है। 135 करोड़ 60 लाख रुपए का भुगतान अभी तक किसानों को नहीं हो पाया है। खरीदी के तीन दिनों के भीतर भुगतान किए जाने का प्रावधान है। 15 दिनों से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अभी तक हजारों किसानों को इसका भुगतान नहीं किया है जिसके कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले में 34 धान खरीदी केंद्र से 159 करोड़ के ईपीओ विभाग ने भुगतान के लिए वरिष्ठ कार्यालय को भेजे हैं लेकिन अभी तक इनका भुगतान होना बाकी है। इस बार खरीदी की जिम्मेदारी नोडल एजेंसी एनसीसीएफ को दी गई है, इसके कार्य में भुगतान विलंब से होने पर किसान भी एजेंसी पर आक्रोशित हैं। कोतमा में फसल का विक्रय कर चुके किसान बीरन सिंह ने बताया कि 4 लाख रुपए के धान का विक्रय उन्होंने किया था। उम्मीद थी कि तीन दिनों के भीतर भुगतान मिल जाएगा लेकिन 15 दिन बीत रहे हैं आज तक खाते में रुपए नहीं आए। पूछने पर समिति के लोग भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं।
वरिष्ठ कार्यालय से अटका भुगतान

फसल का विक्रय करने के बावजूद भुगतान न होने की समस्या पर एनसीसीएफ़ के अधिकारियों ने बताया कि हमने जानकारी वरिष्ठ कार्यालय को भेज दी है। वहीं से भुगतान अटका हुआ है। लगातार इसको लेकर के बात करते हुए भुगतान की बात भी की जा रही है। दूसरी ओर खाद्य विभाग का कहना है कि भुगतान की बड़ी राशि अभी बकाया है, इसका भुगतान नोडल एजेंसी एनसीसीएफ से किया जाना है जिसके लिए वही बता पाएंगे इसका कारण क्या है।
किसान हो रहे परेशान

गेहूं फसल की तैयारी में लगे हुए किसान धान खरीदी की राशि नहीं मिलने से परेशान हो रहे हैं। ऐसे में वह गेहूं की खेती में ध्यान दें या फिर समिति और समूह से संबंधित भुगतान के लिए चक्कर काटे। राजेंद्र ग्राम निवासी किसान नोहर सिंह ने बताया कि धान की खरीदी के बाद भुगतान नहीं हो रहा है। दूसरी फसल की तैयारी भी करनी है ऐसे में रुपए न होने के कारण गेहूं फसल के लिए उर्वरक सहित अन्य सामान नहीं मिल पा रहे हैं।
जिले के किसानों का काफी भुगतान बकाया है, जिसको लेकर एनसीसीएफ के अधिकारियों से बात की जा रही है। बालमेंद्र सिंह, खाद्य अधिकारी

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