बता दें कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के पूर्व कैबिनेट मंत्री महबूब अली ने शनिवार को सीएए के विरोध में शांति मार्च निकालने की चेतावनी दी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने उन्हें मार्च निकालने की अनुमति नहींं दी। शनिवार सुबह से ही महबूब अली के घर सपाइयों का पहुंचना शुरू हो गया था। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पुलिस ने उनके घर से मात्र दस मीटर दूर सड़क पर बेरिकेटिंग करते हुए मार्ग को बंद कर दिया था। दोपहर करीब 12.30 बजे महबूब अली समर्थकों के साथ जैसे ही घर से बाहर निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसी बीच कुछ सपाइयों ने नारेबाजी करते हुए बेरिकेटिंग पार करने का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें भी रोक दिया। इस दौरान पुलिस व सपाइयों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे डीएम-एसपी सीएए के विरोध में नारेबाजी कर रहे सपाइयों को मौके पर मौजूद एडीएम, एएसपी, एसडीएम व सीओ समेत पुलिस बल ने रोकने का काफी प्रयास किया। वहीं, सूचना मिलते ही जिलाधिकारी उमेश मिश्र व एसपी डॉ. विपिन टाडा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पूर्व मंत्री महबूब अली से बातचीत की तो वह मान गए। इसके बाद महबूब अली ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस तरह आधा घंटे तक चले हाइवोल्टेज ड्रामे के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।