यह भी पढ़ें-
किसानों के लिए फायदेमंद है ‘यूपी एफपीओ शक्ति’ पोर्टल, जानें इससे क्या होंगे फायदे, एक जगह मिलेगी सारी जानकारी इस दौरान भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि हमने बड़ी उम्मीदों के साथ भाजपा की सरकार बनाई थी, लेकिन अब सरकार अपना असली चेहरा दिखा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों से बात किए बगैर कृषि कानून लागू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि लंबी वार्ता के बाद भी सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी हैं। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में करीब 300 किसान शहीद हुए हैं, लेकिन पीएम मोदी ने उनके लिए एक शब्द भी नहीं कहा। किसानों को आतंकी और न जाने क्या कहा जा रहा है। अब किसान सरकार को औकात दिखाएंगे।
टिकैत ने इस दौरान गाजीपुर बॉर्डर पर हर गांव से आठ-दस किसानों के पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसान एकता की वजह से ही भाजपा के नेता ग्रामीणों से डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी भाजपा जनप्रतिनिधि गांव आएं तो उनसे कृषि कानूनों पर सीधा सवाल किया जाए। किसी भी स्थित में कृषि कानूनों को स्वीकार नहीं किया जाएगा। वहीं, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजयपाल सिंह ने कहा कि यूपी की भाजपा सरकार किसानों की आय दोगुनी होने की बात कह रही है। जबकि सच्चाई ये है कि चार सालों में गन्ने के मूल्य में एक रुपया भी नहीं बढ़ाया गया है।