Amroha: इस एसडीएम की कोर्ट में पौधे लगाने की शर्त पर ही मिलती है जमानत
Highlights
नौगांवा सादात तहसील में तैनात हैं SDM मांगे राम चौहान
पांच माह में मुहिम के तहत लगवा चुके हैं 8 हजार से ज्यादा पौधे
आरोपी को पांच व जमानती काे एक-एक पेड़ लगाने को कहते हैं SDM
अमरोहा। दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) समेत मुरादाबाद (Moradabad) जोन प्रदूषण की मार से बेहाल है। इसकी वजह से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। इसका नतीजा धरती पर बढ़ते तापमान के रूप में लोग झेल रहे हैं। इस संतुलन को बनाए रखने के लिए कई शख्स पर्यावरण प्रहरी का काम कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं एसडीएम (SDM) मांगे राम चौहान।
पौधों की निगरानी के लिए भी बनाई टीम अमरोहा (Amroha) जनपद की नौगांवा सादात तहसील में तैनात एसडीएम मांगे राम चौहान ने पर्यावरण को बचाने की मुहिम चला रखी है। पिछले पांच माह में उनकी इस मुहिम के तहत 8 हजार से ज्यादा पौधे लगा जा चुके हैं। वह केवल लोगों को पौधे लगाने के लिए प्रेरित नहीं करते हैं, बल्कि उनकी निगरानी के लिए भी टीम बना रखी है। इसके लिए बाकायदा वह अपने कार्यालय में आने वालों को भी पौधे लगाने को प्रेरित करते हैं।
10 जून 2019 में शुरू हुई थी मुहिम मांगे राम चौहान की यह मुहिम 10 जून 2019 में शुरू हुई है। उनका कहना है कि एक दिन वह टीवी पर न्यूज देख रहे थे। उसमें उनको पालम हवाई अड्डे का तापमान 50 डिग्री पुहंचने की जानकारी मिली। इससे वह चिंता में पड़ गए। इसके बाद इसी उधेड़बुन में वह तहसील पहुंचे। वहां उनके सामने मारपीट का एक मामला आया। शांति भंग की धारा में दो लोगों को उनके सामने लाया गया। उन्हें देखकर उनके दिमाग में एक योजना आई। उन्होंने उनको पेड़ लगाने का काम दिया। फिर उन्होंने एक आदेश जारी कर दिया। इसमें उन्होंने आरोपी को पांच और जमानती काे एक-एक पेड़ लगाने को कहा। इससे शांति भंग के एक मामले में कम से कम सात पेड़ तो लगेंगे ही।
शामली के रहने वाले हैं मांगे राम चौहान शामली के गांव जसाला के रहने वाले मांगे राम ने बताया कि आरोपी और जमानती पेड़ लगाने का खर्च अपनी जेब से देना होता है। वह अपनी जमीन पर पेड़ लगाता है। अगर उसके पास जगह नहीं है तो वह पास की सरकारी जमीन पर पेड़ लगाएगा। उसको पेड़ की देखभाल भी करनी होती है। इसकी फोटो वह उनके ऑफिस में जाम करेगा, जिससे पेड़ की वर्तमान स्थिति की पता चलता रहेगा। आरोपी की करीब 6 माह तक उनके यहां तारीख लगती है, जिससे उस पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने वॉल पेंटिंग के जरिए भी लोगों को पौधारोपण और जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम किया।
गांवों में बनाए पर्यावरण प्रहरी इसके अलावा उन्होंने गांवों में भी पर्यावरण प्रहरी बनाए। इसके लिए उन्होंने हर गांव में 5 से 10 लड़कों की टीम बनाई। 9 अगस्त को उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 22 करोड़ पौधे लगे थे। इनकी देखभाल के लिए उन्होंने वृक्ष सुरक्षा बंधन मनाया। इसके तहत उन्होंने एक अभियान चलाया। इसमें प्रत्येक नागरिक को पांच पेड़ों को सुरक्षा धागा बांधकर उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित किया गया। योजना के तहत कई लोगों ने पेड़ों की देखभाल का संकल्प लिया।
राशन डीलरों का भी लिया सहयोग पौधाराेपण की मुहिम को बढ़ाने के लिए उन्होंने राशन डीलरों का भी सहयोग लिया। एसडीएम ने राशन डीलरों के यहां एक ग्राम पंचायत वृक्षाराेपण और जल संरक्षण शपथ रजिस्टर रखवाया। इसमें उपभोक्ताओं से पौधारोपण की शपथ लेकर हस्ताक्षर करवाने को कहा गया। साथ ही उन्होंने लोगों को प्रेरित करने के लिए एक सिस्टम बनाया। इसके तहत उनके ऑफिस में आने वाले फरियादी पहले पौधारोपण की शपथ लेते हैं और फिर अंदर दाखिल होते हैं।
कागज का दुरुपयोग रोकने को भी उठाया कदम मांगे राम चौहान ने कागज के दुरुपयोग को रोकने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाया। उन्हाेंने ग्राम पंचायत में एक शिकायती रजिस्टर रखवा दिया। इसमें ग्रामीणों को केवल अपनी शिकायत लिखकर हस्ताक्षकर कराने को कहा गया। इसके तहत उन्होंने बिजली, राजस्व, आपूर्ति, पुलिस और विकास विभाग की शिकायतों का वहीं पर समाधान कराना शुरू कर दिया। इसकी रिपोर्ट उनको दी जाती है। उन्होंने पौधारोपण अभियान के तहत करवाचौथ पर पतियों को पौधे भेंट करने के लिए भी प्रेरित किया।
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