अपर पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि किसी भी तरह की अनुमति लेने के लिए आयोजक कई तरह के तथ्यों को छिपा लेते हैं। अनुमति लेते समय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह कर देते हैं। लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। हाथरस में हादसा पुलिस और प्रशासन के लिए बड़ा सबक है। अब हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई किसी भी तरह के धार्मिक आयोजनों के लिए हरेक तथ्य पर जांच की जाएगी। धार्मिक आयोजन में आने वाले लोगों की संख्या कितनी होगी, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।
आयोजकों ने लोगों की सहूलियत के लिए क्या व्यवस्था की है, इसका जिक्र भी अनुमति में दिखाना होगा। फिलहाल, जिले में मोहर्रम का जुलूस और सावन कांवड़ यात्रा का आयोजन होने जा रही है। दोनों ही आयोजन पुलिस और प्रशासनिक दृष्टि से बड़े होते हैं। बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। ऐसे में दोनों धार्मिक कार्यक्रमों को लेकर सतर्कता बरती जाएगी। कांवड़ यात्रा में शामिल होने वाले जत्थों में शामिल लोगों से बात की जाएगी। वहीं, मोहर्रम के जुलूस के आयोजकों से भी बात करेंगे।