सच सामने आना जरूरी: एंटोनियो गुटेरेस
मुख्यालय ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के हवाले से कहा, ‘सच का पता लगना बहुत जरूरी है, और जवाबदेही स्पष्ट होना बहुत जरूरी है।’ बयान में कहा गया कि यह सिर्फ तभी हो सकता है जब कोई स्वतंत्र संस्था मामले से जु़ड़े तथ्यों का सत्यापन करे।
खाड़ी में भारी संघर्ष बर्दाश्त नहीं कर सकती दुनिया
यही नहीं हमलों और उनकी जांच से संबंधित एक प्रश्न का जवाब देते हुए संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय में जो भी हो, हम इस संबंध में किसी भी पहल का समर्थन करेंगे, बशर्ते यह स्वतंत्र हो।’ गुटेरेस ने आगे कहा कि दुनिया, खाड़ी में भारी संघर्ष बर्दाश्त नहीं कर सकती।
अमरीका ने लगाए थे ईरान पर आरोप
बता दें कि शुक्रवार को अमरीकी सेना ने एक वीडियो फुटेज जारी करते हुए आरोप लगाया था कि खाड़ी में दो टैंकरों को पर हमले के पीछे ईरान का हाथ है। हवा से ली गई इस धुंधली फुटेज में टैंकर के पास एक छोटी सैन्य नाव देखी जा सकती है। वीडियो में आगे एक व्यक्ति पतवार की मदद से टैंकर से कुछ निकालने के लिए नाव के किनारे खड़ा दिखाई दे रहा है। छोटी नाव फिर टैंकर से दूर जाती है। अमरीकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया कि यह एक ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड गश्ती की नौका थी। थोड़ी देर बाद टैंकर में धमाका होता है। इससे आशंका जताई जा रही है कि यह वस्तु माइन हो सकती है।
अमरीका का दावा: ईरान ने किए थे तेल टैंकरों पर हमले
शिंजो आबे की यात्रा के दौरान हुआ टैंकर पर हमला
बता दें कि गुरुवार को ओमान की खाड़ी में तेल के दो टैंकरों पर हमला किया गया था। इनमें से टैंकर का संचालन जापानी कंपनी कर रही थी। खास बात यह है कि हमले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की ईरान यात्रा के बीच हुए हैं। इस यात्रा के दौरान आबे ईरान-अमरीका के बीच जारी तनाव को कम करने में मध्यस्थ की भूमिका निभानेवाले थे। वहीं, इससे पहले मई में भी संयुक्त अरब अमीरात के तट पर भी चार व्यापारिक जहाजों में ऐसी ही तोड़फोड़ की गई थी।