कंपनी का कहना है कि उसकी जांच में यह पाया गया कि 6 जनवरी को कैपिटल बिल्डिंग पर हमले से पहले उन्होंने हिंसा को बढ़ावा दिया था। फेसबुक के इस फैसले को लेकर ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया देते हुए इसे अमरीका के उन लोगों का अपमान बताया है, जिन्होंने उन्हें वोट दिया।
यह भी पढ़ेँः
मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ के निधन पर भारत में एक दिन का राजकीय शोक घोषित जनवरी 2021 से मान्य होगा ये निलंबनफेसबुक के मुताबिक पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एफबी अकाउंट के निलंबन की अवधि 7 जनवरी से ही लागू होगी । जो 6 जनवरी 2023 तक चलेगी।
दरअसल फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग की उस विवादित नीति को भी खत्म करने की भी योजना है, जिसमें नेता खुद ही घृणा अपराध के नियमों से बच जाते थे। हालांकि कंपनी ने कहा कि यह नीति ट्रंप पर कभी लागू ही नहीं की थी।
बता दें कि इससे पहले कैपिटल दंगे के समय जनवरी महीने में भी डोनाल्ड ट्रम्प का ट्विटर, यूट्यूब अकाउंट कुछ दिनों के लिए सस्पेंड किया गया था। ट्रंप बोले ये अमरीका का अपमान
पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि फेसबुक की तरफ से उनके अकाउंट पर दो साल के लिए लगाया गया बैन वोटरों का अपमान है।
उन्होंने कहा कि फेसबुक का यह फैसला उन 7.5 करोड़ वोटरों का अपमान है जिन्होंने अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें अपना बहुमूल्य वोट दिया। ट्रंप ने चीन पर फिर बोला हमला
अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पद से हटने के बाद भी सुर्खियों में बने हुए हैं। हाल उन्होंने चीन पर हमला बोलते हुए कहा कि दुनिया के लोग अब यह मानने लगे हैं कोरोना को लेकर मैंने जो बात कही थी वह सही है।
ट्रम्प ने एक बार फिर दुनिया भर में कोरोना फैलाने के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि चीन इस वायरस की वजह से दुनिया को हुए नुकसान की भरपाई करे।
यह भी पढ़ेंः Google ने देश की इस भाषा को बताया ‘सबसे खराब’, मचा हंगामा तो उठाना पड़ा ये कदम फेसबुक के खिलाफ इन देशों में जांच शुरू सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के खिलाफ अब कुछ देशों में जांच शुरू हो गई है। दरअसल यूरोपीय संघ (ईयू) और ब्रिटेन के रेग्युलेटर्स ने क्लासिफाइड एडवर्टाइजिंग मार्केट ( Classified Advertising Market ) में प्रतिस्पर्धा नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर Facebook के खिलाफ जांच शुरू की है।
जांच में इस बात का पता लगाया जाएगा कि कंपनी ने प्रतिस्पर्धी सेवाओं के जरिए प्राप्त आंकड़ों का उपयोग प्रतिस्पर्धा बिगाड़ने में तो नहीं किया।