गौरतलब है कि लखनपुर के वार्ड क्रमांक एक निवासी श्याम नारायण दास महंत की 26 वर्षीय पुत्री रमबसिया 2 नवंबर 2018 को घर से गायब हो गई थी। काफी खोजबीन के बाद परिजन ने उसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस खोजबीन कर ही रही थी कि 8 नवंबर को युवती का शव पैलेस के समीप एक पुराने कुएं में मिला था।
मृतिका की पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई थी। अज्ञात आरोपियों ने युवती की हत्या कर शव को कुएं में फेंका था। आज ६ माह बीत गए, दो थाना प्रभारियों का स्थानांतरण हो गया, लेकिन पुलिस इस अंधे कत्ल की गुत्थी को आज तक नहीं सुलझा सकी है।
गुत्थी सुलझाने की तो बात दूर, पुलिस एक ऐसा सुराग तक नहीं लगा पाई जिससे आरोपियों तक पहुंचा जा सके। वर्तमान में पुलिस की जांच ठंडे बस्ते में ही नजर आ रही है। इधर मृतिका के परिजन को आज भी न्याय का इंतजार है। आरोपियों के नहीं पकड़े जाने से परिजन दुखी हैं। मृतिका के पिता श्याम नारायण दास का कहना है कि यदि शुरू में ही पुलिस ने तेजी दिखाई होती तो आज कातिल गिरफ्त में होते।