अंबिकापुर

बिहार से गिरफ्तार 7 आरोपियों का निकला पाकिस्तान कनेक्शन, KBC में लॉटरी के नाम पर ठगी गई महिला ने की थी आत्महत्या

Pakistan connection: 25 लाख रुपए की लॉटरी लगने का झांस देकर आरोपियों ने महिला से कई बार में की थी डेढ़ लाख की ठगी, कर्ज लेकर भी दिए थे रुपए, लॉटरी के पैसे नहीं मिलने पर महिला ने पुल से कूदकर दे दी थी जान

अंबिकापुरApr 22, 2023 / 05:30 pm

rampravesh vishwakarma

7 Accused arrested from Bihar

अंबिकापुर. Pakistan connection: केबीसी में 25 लाख रुपए की लॉटरी लगने का झांसा देकर साइबर ठगों ने एक महिला से कई किश्तों में डेढ़ लाख रुपए की ठगी कर ली थी। लॉटरी के रुपए नहीं मिलने पर महिला ने 23 मार्च को पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच पश्चात बिहार के अलग-अलग इलाके से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों का पाकिस्तान व नेपाल कनेक्शन भी सामने आया है। आरोपियों द्वारा ठगी के रुपयों में अपना कमीशन काटकर पाकिस्तान भेजा जाता था। वहीं ये पाकिस्तान के नंबरों से व्हाट्सएप कॉल कर लोगों को लॉटरी के नाम पर फंसाते थे। आरोपियों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में भी करोड़ों रुपए का इन्वेस्ट किए जाने की बात भी सामने आई है।

गौरतलब है कि सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लिचीरमा निवासी 45 वर्षीय महिला सेववती पैकरा ने 23 मार्च की सुबह गांव से लगे मांड़ नदी पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इसकी रिपोर्ट महिला के भतीजे विक्रम सिंह पैंकरा ने थाने में दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि महिला के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा केबीसी में 25 लाख रुपए की लॉटरी लगने का झांसा दिया गया था।
महिला ने अपनी जमा पूंजी व कर्ज लेकर डेढ़ लाख रुपए आरोपियों द्वारा बताए गए खाता नंबरों में जमा किए थे। जब लॉटरी के रुपए नहीं मिले तो उसने आत्महत्या कर ली थी। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 306 के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरु की।
आरोपियों की धरपकड़ के लिए आईजी के मार्गदर्शन व सरगुजा एसपी के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम का नेतृत्व एएसपी विवेक शुक्ला, सीएसपी स्मृतिक राजनाला, प्रशिक्षु आईपीएस चिराग जैन, एसडीओपी सीतापुर धु्रवेश जायसवाल, अखिलेश कौशिक द्वारा की जा रही थी।

पाकिस्तान के नंबर से व्हाट्सएप कॉल
पुलिस की जांच में ये बात सामने आई कि अज्ञात व्यक्तियों ने महिला के मोबाइल पर जिन फोन व व्हाट्सएप पंबन से कॉल किए गए थे, उसका आईपी एड्रेस पाकिस्तान का होना पाया गया।
वहीं ठगी कि रकम जिन-जिन खातों में ट्रांसजेक्शन हुआ था उन खाताधारकों का केवाईसी डिटेल एवं रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर साइबर सेल एवं विशेष पुलिस टीम द्वारा जांच की गई तो अधिकांश खाते पूर्णिया, कटिहार व आरा का होना पाया गया। अंतिम आहरण पूर्णिया बिहार एवं अन्य कुछ जगहों से होना पाया गया।

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ये है गिरफ्तार 7 आरोपी
जिन खातों से अधिक ट्रांजेक्शन हुआ था, उसपर कार्रवाई करते हुए साइबर सेल एवं विशेष पुलिस द्वारा पूर्णिया, कटिहार, आरा, पश्चिमी चम्पारण पहुंचकर मामले में शामिल 7 संदेहियों को घेराबंदी कर पकड़ा गया। गिरफ्तार आरोपियों में आशीष कुमार मण्डल निवासी कटिहार बिहार, शाहिद आलम निवासी पूर्णिया बिहार, शिवेंद्र कुमार निवासी कटिहार, चक्रवर्ती आनंद निवासी पूर्णिया, प्रदुमन कुमार सिंह निवासी आरा बिहार, वलिउल्लाह रियाज निवासी चम्पारण व मनीष मण्डल निवासी कटिहार बिहार शामिल हैं।
आरोपियों से 11 मोबाइल, 14 नग सिम, 2 पासबुक, 17 नग एटीएम एवं 11 हजार रुपए नगद बरामद किए गए। कार्रवाई में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक कलीम खान, थाना प्रभारी सीतापुर एसआई शिशिरकान्त सिंह, उप निरीक्षक अनिल सोनवानी, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, आरक्षक पंकज देवांगन, अलोक गुप्ता, सत्येंद्र दुबे, संजीव चौबे, कुंदन सिंह, राहुल सिंह, रमेश प्रसाद व सुयश पैकरा शामिल रहे।

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पाकिस्तान व नेपाल के एजेंट के संपर्क में थे आरोपी
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भारत में रहकर निचले तबके के लोगों का अकाउंट खुलवा उन्हें छोटी रकम दे देते थे। फिर उनके खाते से सम्बंधित लेन देन स्वयं आरोपियों द्वारा किया जाता है। ये आरोपी पकिस्तान व नेपाल के एजेंट से संपर्क मे रहकर ठगी के पैसे में से अपना कमीशन लेकर पाकिस्तानी एजेंट द्वारा बताए खातों में पैसे भेज देते थे।
एक आरोपी ने बताया कि बाइनेंस नमक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज मे अपने पाकिस्तानी आकाओं के कहने पर पैसे निवेश किए थे। इस मामले में टेरर फंडिंग सहित मनी लॉन्डरिंग की अग्रिम जांच भी की जा रही हैं।

पुलिस बोली- सतर्क रहें
पुलिस ने लोगों से लॉटरी या अन्य तरह से पैसे डबल करने वाले लोगों के कॉल के झांसे में न आने की अपील की है। उन्होंने बताया कि व्हाट्सप्प कॉल द्वारा लोगों से बात कर फर्जी इनाम मिलने की सूचना देकर ठगी की जाती है।
ऐसे मोबाइल नंबर जिनका कोड 91 से स्टार्ट नहीं होता हैं ऐसे नंबरों पर कॉल या व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से ठगी की जा सकती हैं। ऐसे लोगों की सूचना तत्काल पास के पुलिस स्टेशन या साइबर सेल को दें। उन्होंने बताया कि फर्जी इनाम के लालच मे ना आएं, केबीसी द्वारा ऐसी किसी भी प्रकार कि राशी नहीं दी जाती।

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