अंबिकापुर. Unique protest: अंबिकापुर शहर की लगभग सभी सडक़ें जर्जर हालत में हैं। बारिश में जहां लोगों का चलना दूभर हो गया था, वहीं धूप खिलने पर सांस लेना। ऐसे में शहर के जागरूक नागरिकों ने जर्जर सडक़ों को लेकर अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन (Unique protest) किया। नागरिकों ने बुधवार को शहर के घड़ी चौक पर बैठकर विधिवत ‘सिस्टम’ का श्राद्ध कर डाला।
2 अक्टूबर गांधी जयंती थी और पितृ पक्ष का अंतिम दिन। इस दिन को शहर के जागरूक नागरिकों ने बदहाल हो चुके सिस्टम के श्राद्ध (Unique protest) के लिए चुना। अंबिकापुर नगर निगम के साथ ही आस-पास की सडक़ें बदहाल हो चुकी हैं। इससे सडक़ों से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
कई बार प्रदर्शन के बाद भी सडक़ों की स्थिति नहीं सुधरी। इन सडक़ों का पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, मौजूदा सांसद चिंतामणि महाराज, विधायक सहित कलेक्टर ने भी जायजा लिया, लेकिन सडक़ों की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
जनप्रतिनिधियों द्वारा सडक़ों का जायजा लेने के बाद भी हालत नहीं सुधरी। इस वजह से शहर के जागरूक नागरिकों ने शहर के घड़ी चौक में ‘सिस्टम’ का विधि-विधान से श्राद्ध (Unique protest) किया।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सडक़ की स्थिति नहीं सुधरी, तो आगे शहर के नागरिक बिहार के गया जाकर ‘सिस्टम’ का पिंड दान कर विरोध करेंगे।
नहीं हो रही सुनवाई
डॉ. योगेंद्र गहरवार ने कहा कि सडक़ चाहे नगर निगम की हो या एनएच या पीडब्ल्यूडी की सभी सडक़ें खस्ताहाल हंै। चलना मुश्किल हो गया है। हम लोगों को न तो केन्द्र सरकार सुन रही है और न ही राज्य सरकार। निगम सरकार भी ध्यान नहीं दे रही है। हम लोग अनाथ हो चुके हैं, इसलिए सिस्टम का श्राद्ध (Unique protest) किया गया है।
Hindi News / Ambikapur / Unique protest: शहर की सडक़ें हैं जर्जर, भडक़े जागरुक नागरिकों ने पितृपक्ष के अंतिम दिन सिस्टम का किया श्राद्ध