इससे बोलेरो का पहिया उसके सीने पर चढ़ गया। गंभीर स्थिति में उसे जिला अस्पताल लाया गया। यहां से उसे अंबिकापुर के लिए रेफर कर दिया गया। यहां कांवरिया का इलाज जारी है।
सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ के भक्त उनका जलाभिषेक करने विभिन्न धाम में पहुंच रहे हैं। इसके लिए दूर-दूर से कांवरियों का जत्था पैदल ही वहां पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहा है। इसी कड़ी में बिश्रामपुर निवासी हर्ष अग्रवाल पिता रतनलाल अग्रवाल 15 वर्ष अपने दोस्तों के साथ कांवर लेकर देवगढ़ स्थित भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने निकला था।
वह रेण नदी छठ घाट से कांवर में जल भरकर पैदल सभी के साथ जा रहा था। रास्ते में ग्राम मंहगई में संगठनों द्वारा कांवरियों के लिए लगाए गए नाश्ता-भोजन के पंडाल में उसने भोजन किया। इसके बाद वह वहीं खड़ी बोलेरो के पीछे घास देखकर लेट गया। थोड़ी देर में ही उसकी आंख लग गई।
इसी बीच बोलेरो का ड्राइवर वहां आया और बिना देखे उसने वाहन को बैक कर दिया। इससे बोलेरो का एक पहिया उसके सीने पर चढ़ गया। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दौरान वहां काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। उन्होंने निजी वाहन से घायल कांवरिए को सूरजपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
यहां प्राथमिक उपचार पश्चात उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने रेफर कर दिया। सूचना पर उसके परिजन भी अस्पताल पहुंच गए थे। रेफर किए जाने के पश्चात परिजन द्वारा उसे अंबिकापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां उसका इलाज जारी है।