अंबिकापुर. पार्ट टाइम जॉब पाने के चक्कर में शहर का एक एसईसीएल कर्मचारी 65 हजार रुपए ठगी का शिकार हो गया। लडक़ी के नाम से बने टेलीग्राम ग्रुप में उसे जोड़ा गया था। शुरु में उसे टास्क पूरा करने कहा गया। जब उसने टास्ट पूरा कर लिया तो उसके अकाउंट में 400-400 रुपए का दो बार प्रॉफिट (Fraud case) दिखाया गया। इस तरह वह फंसता चला गया और ठगी का शिकार हो गया। पीडि़त ने मामले की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
शहर के इमलीपारा निवासी अब्दुल रशिद अंसारी एसईसीएल बिश्रामपुर में केटेगरी-1 के पद पर कार्यरत है। 28 मई को उसके मोबाइल पर पार्ट टाइम जॉब से संबंधित व्हाट्सएप पर मैसेज आया था। मैसेज को देखने के बाद उसने जॉब करने के लिए व्हाटसअप नंबर पर मैसेज भेज दिया।
इसके बाद उसके मोबाइल पर नीता रानी गुप्ता नाम के टेलीग्राम ग्रुप से संपर्क करके एक एकाउंट बनाकर स्क्रीन शॉट भेजा गया। शुरूआत में उसे 5 टास्क पूरा करने पर उसके नाम पर बनाए गए एकाउंट में 400 रुपये का प्रॉफिट दिखाया। 6 से 10 टास्क में फिर से 400 रुपये प्रॉफिट दिखाया गया।
ठग द्वारा दिए गए कोटक महिन्द्रा बैंक के एकाउंट नंबर में फोन पे के माध्यम से एसईसीएल के कर्मचारी ने 5000 रुपए डाल दिए। पुन: टास्क के दूसरे स्टेज के लिए 20 हजार रुपए की मांग की गई, जिसका प्रॉफिट 25 हजार रुपए मिलने का मैसेज भेजा गया। एसईसीएल कर्मी ने एक्सिस बैंक के दिए गए एकाउंट नंबर में गुगल पे के माध्यम से 20 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया।
20 हजार भेजने के बाद मैसेज आया कि आपका एकाउंट फ्रिज (Fraud case) हो गया है, एकाउंट खुलवाने और अपना पैसा वापस लेने के लिए उन्हे 40 हजार रुपये डिपॉजिट करना पड़ेगा। एसईसीएल कर्मी रुपये वापस प्राप्त करने के लिए बदलकर दिए गए फेडरल बैंक के एकाउंट नंबर में 40 हजार रुपये गूगल पे के माध्यम से भेज दिया।
इसके बाद ठग ने खाता अनफ्रिज नहीं होने का संदेश भेजकर 80 हजार रुपये दिए गए खाता नम्बर पर डालने के लिए कहा। भरोसा दिलाया गया कि इसके बाद पूरा पैसा वापस मिल जाएगा। 65 हजार रुपये गवां चुके एसईसीएल के कर्मचारी ने ठगी का एहसास होने पर मामले की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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