नगर तथा ग्राम निवेश क्षेत्रीय कार्यालय अंबिकापुर में पदस्थ पूर्व सहायक संचालक (सर्वे) बालकृष्ण चौहान व मानचित्रकार निलेश्वर कुमार धु्रव को 17 मई को एसीबी की टीम ने 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। शहर के मोमिनपुरा निवासी वसीम बारी से दोनों ने भूमि की उपयोगिता का एनओसी देने के बदले रिश्वत की डिमांड की थी।
20 दिन बाद भी नहीं पहुंचे अंबिकापुर
संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश के आदेश पर रोहित गुप्ता ने 21 मई को अंबिकापुर कार्यालय का प्रभार ले लिया था। हैरानी की बात यह है कि वे प्रभार लेने के 20 दिन बाद अंबिकापुर कार्यालय में एक बार भी नहीं आए हैं। वे बिलासपुर से बैठकर ही अंबिकापुर का दफ्तर चला रहे हैं। ऐसे में काम लेकर पहुंचने वाले लोग मायूस लौट रहे हैं।CG Ajab-Gajab: एक-दो कर्मचारियों के भरोसे पूरा कार्यालय
पत्रिका की टीम सोमवार की दोपहर करीब 12.30 बजे जब नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय पहुंची तो सिर्फ चतुर्थ वर्ग के 2 कर्मचारी ही बैठे थे। सहायक संचालक की कुर्सी तो खाली थी।सिर्फ ऑनलाइन काम, ऑफलाइन नहीं
पत्रिका की पड़ताल में यह बात पता चली कि यहां से सिर्फ इक्के-दुक्के ऑनलाइन काम ही किए जा रहे हैं। यदि कोई दफ्तार में भूमि की उपयोगिता का अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने या नक्शा बनवाने पहुंच रहा है तो उसे लौटा दिया जा रहा है। कर्मचारियों का एक ही जवाब होता है कि साहब आए ही नहीं हैं तो काम कैसे होगा।कल आऊंगा अंबिकापुर
चुनाव में ड्यूटी लगी थी, इस वजह से दफ्तर नहीं आ पाया हूं। कल ही (11 मई) को अंबिकापुर आऊंगा। ऑनलाइन आ रहे आवेदन का काम कर रहा हूं, सिग्नेचर भी व्हाट्सएप पर भेज देता हंू। चुनाव में ड्यूटी लगी थी तो कैसे आ पाता? बिलासपुर का प्रभारी भी मैं ही हूं, यहां का भी काम देखना है।रोहित गुप्ता, प्रभारी सहायक संचालक, नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय अंबिकापुर