बेटे को जिंदा जलता देख मां ने उसे बचाने पड़ोसियों से गुहार लगाई। आग बुझने के बाद गंभीर हालत में उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन यहां इलाज के दौरान चंद घंटे में ही उसकी मौत (Death to burnt from fire) हो गई।
सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम साल्ही निवासी मंगलेश्वर गोंड़ पिता लंबोदर गोंड़ 18 वर्ष ने 28 फरवरी को मां से मोबाइल खरीदने को कहा। मां ने रुपए नहीं होने की बात कह कर मोबाइल खरीदने से मना कर दिया।
इसके बाद मां घर से बाहर चली गई। इसी बीच युवक ने अपने शरीर पर मिट्टी तेल छिड़कर आग लगा ली। चिल्लाने की आवाज सुनकर मां बदहवास घर के भीतर दाखिल हुई तो नजारा देख उसके होश उड़ गए। फिर उसने आस-पास के लोगों की मदद से आग बुझाई, इस दौरान बेटा बुरी तरह झुलस चुका था।
आनन-फानन में उसे सूरजपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां चिकित्सकों ने उसकी स्थिति गंभीर देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। यहां उसकी मौत हो गई।
पसर गया मातम
नवयुवा बेटे की मौत (Son death) से मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वह अस्पताल में अपने बेटे को गोद में लेकर बिलखती रही। वह खुद को कोसती रही कि उसने बेटे को मना क्यों किया।