Blind murder case: ठेकेदार ने युवक की हत्या कर मैनपाट में दफन की थी लाश, ऊपर बनवा दी थी पानी टंकी, 100 से अधिक पुलिसकर्मी रहे तैनात
Blind murder case: पुलिस ने बरामद किया शव, डेढ़ महीने पूर्व सर्व आदिवासी समाज के साथ पत्नी ने थाने का किया था घेराव, इसके बाद पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ दर्ज किया था मामला, ठेकेदार के 3 हिरासत में, ठेकेदार फरार
अंबिकापुर. Blind murder case: सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम उलकिया से 7 जून को लापता राजमिस्त्री की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप सीतापुर के ही ठेकेदार पर लगा था। इस मामले को लेकर 21 जुलाई की रात राजमिस्त्री की पत्नी ने सर्व आदिवासी समाज के साथ मिलकर थाने का घेराव भी किया था। इसके बाद सीतापुर पुलिस ने ठेकेदार व उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले (Blind murder case) की जांच शुुरु की थी। अपराध दर्ज करने के डेढ़ महीने बाद पुलिस ने हत्या के 3 संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया है।
उनकी निशानदेही पर पुलिस मैनपाट के लुरैना में राजमिस्त्री की लाश बरामद करने 2 जेसीबी लगाकर जमीन की खुदाई कराई। यहां दोपहर करीब 1 बजे उसकी लाश बरामद की गई। मौके पर पुलिस के आला अधिकारी समेत 100 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहे। बताया जा रहा है कि ठेकेदार ने हत्या (Blind murder case) के बाद उसका शव दफन कर दिया था, फिर उसके ऊपर पानी टंकी का निर्माण करा दिया था।
सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम बेलजोरा निवासी दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा राजमिस्त्री था। वह ग्राम उलकिया में सरकारी भवन के काम में लगा था। इसी बीच वह 7 जून 2024 को लापता हो गया था। 8 जून को ठेकेदार सीतापुर निवासी अभिषेक पांडेय ने थाने में दीपेश उर्फ संदीप व विकास नामक युवक पर छड़ चोरी का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इस मामले में पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर जेल (Blind murder case) भेज दिया था। वहीं दीपेश उर्फ संदीप की तलाश कर रही थी। इधर राजमिस्त्री की पत्नी सलीमा लकड़ा भी उसकी खोजबीन कर रही थी।
इस दौरान 14 जून को बिल्डिंग निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने उसे बताया कि 7 जून को ठेकेदार व उसके साथियों ने संदीप की बेदम पिटाई करते हुए कार में बैठाकर ले गए थे।
Blind murder case: पत्नी ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
16 जून को राजमिस्त्री की पत्नी ने ठेकेदार व उसके साथियों पर पति की हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। इस घटना के एक महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई थी। या यूं कहें कि उन्होंने उसकी खोजबीन में ज्यादा रूचि नहीं दिखाई।
इसके बाद 21 जुलाई की रात राजमिस्त्री की पत्नी ने छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों व ग्रामीणों के साथ मिलकर थाने का घेराव किया था। तब पुलिस ने ठेकेदार अभिषेक पांडेय के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरु की थी।
Blind murder case: राजमिस्त्री की कर दी गई थी हत्या
जांच के दौरान पुलिस को राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप की हत्या किए जाने की सूचना मिली। इस पर पुलिस ने 3 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने राजमिस्त्री की हत्या (Blind murder case) की पुष्टि की। संदेहियों की निशानदेही पर पुलिस शुक्रवार की सुबह करीब 8 बजे मैनपाट के ग्राम लुरैना पहुंची।
यहां अंबिकापुर सीएसपी रोहित शाह के नेतृत्व में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की टीम लाश बरामद करने मशक्कत शुरु की। दोपहर करीब 1 बजे तक चली खुदाई के बाद राजमिस्त्री का शव बरामद हुआ।
संदेहियों ने ग्राम लुरैना में ग्रामीणों को पेयजल की सप्लाई करने के लिए लगाई गई पानी टंकी के नीचे राजमिस्त्री की लाश दफन (Blind murder case) करने की बात बताई। पुलिस 2 जेसीबी के साथ सुबह से खुदाई कार्य में लगी रही। दोपहर करीब 1 बजे शव बरामद हुआ। ठेकेदार ने साथियों की मदद से राजमिस्त्री की हत्या करने के बाद शव को दफन कर दिया था।
साक्ष्य छिपाने उसने उसके ऊपर पानी टंकी बनवा दी थी। हत्या का मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय फरार बताया जा रहा है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
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