लखनलाल ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार (Congress Government) किसान विरोधी है। सरकार की गलत नीतियों से परेशान किसान आत्महत्या (Farmers Suicide) करने को मजबूर हैं। सरकार को पूरा धान नहीं खरीदना पड़े इसके लिए किसानों की जमीन का रकबा कम कर दिया जा रहा है। सरकार अपनी नाकामी का ठीकरा केन्द्र सरकार पर फोड़ रही है।
जबकि केन्द्र सरकार ने छत्तीसगढ़ सरकार को धान खरीदने के लिए 9 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। भाजपा शासन काल में धान खरीदी 15 नवंबर से शुरू कर दी जाती थी। वहीं कांग्रेस सरकार ने धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू की है। लेट से धान खरीदी जान-बूझकर शुरू की गई है।
देवांगन ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र (Election menifesto) में जो-जो वादे किए थे, अब उससे मुकर रही है। किसानों को बोनस की बात करने वाली भूपेश सरकार चुप्पी साधे हुए है।
बोनस को लेकर मुख्यमंत्री कुछ बोल नहीं रहे हैं। प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ व किसानों के समर्थन में 13 जनवरी को विधानसभा क्षेत्र में धरना प्रदर्शन किया गया था। भाजपा किसानों के हक में हर लड़ाई लड़ेगी।
22 जनवरी को कलक्टोरेट का करेंगे घेराव
22 जनवरी को जिला मुख्यालय स्थित कलक्टोरेट का घेराव किया जाएगा। इसमें भाजपा नेताओं के साथ-साथ काफी संख्या में किसान (Farmers) शामिल होंगे। पत्रवार्ता में अनिल सिंह मेजर, कमलभान सिंह, अभिमन्यू गुप्ता, त्रिलोक कपूर कुशवाहा, संतोष दास सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।